रायबरेली में शासन के आदेशों को दरकिनार कर जिले के जिम्मेदार अधिकारी आदेशों का मखौल उड़ा रहे हैं। जबकि शासन ने 2017 में पत्र जारी कर अवगत कराया था कि किसी भी सचिव को ब्लॉकों का प्रभार नहीं दिया जाएगा।लेकिन उन आदेशों और निर्देशों को दरकिनार कर जिले के जिम्मेदार अधिकारी उसका माखौल उड़ा रहे हैं। रायबरेली जिले में 18 विकासखंड है। जिसमें कई विकास खंडों में सचिवों को प्रभारी बनाया गया है। जबकि इन अधिकारियों के पास तीन एडीओ पंचायत अधिकारी पद विहीन होकर पैदल घूम रहे हैं। जिसका सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) ने विरोध किया है। जानकारी अनुसार बता दें कि जिले के विकासखंड राही में ग्राम सचिव विकास सिंह को प्रभारी बनाया गया है। हरचंदपुर ब्लाक में विवेक सिंह को प्रभारी बनाया गया है। सतांव ब्लॉक में आलोक कुमार शुक्ला को प्रभारी बनाया गया है। सरेनी ब्लाक में सत्येंद्र मिश्र को प्रभारी बनाया गया है। छतोह ब्लाक में नागेश कुमार को दीनशाह गौरा में बृजेश कुमार को ब्लॉक का प्रभार दिया गया है। वहीं पैदल घूम रहे सहायक विकास अधिकारी (पंचायत)अनिल कुमार वर्मा सरेनी थे, प्रेमपाल सिंह को राही ब्लाक अटैक किया गया है। सर्वेंद्र सिंह चौहान को ऊंचाहार थे, इन सहायक विकास अधिकारीयों में कोई 8 महीने से बिना पद के घूम रहा है, तो कोई 3 महीने से,जिले में 3 सहायक विकास अधिकारी होने के बाद भी ग्राम सचिवों को तैनाती देना शासन की मनसा पर पानी फेर रहा है।सीनियर्स के रहते हुए जूनियरों को प्रभार देना शासन के नियमावली के विपरीत हैं। गौरतलब है कि साल 2017 में आयुक्त ग्राम विकास उत्तर प्रदेश द्वारा पत्र जारी करके समस्त मुख्य विकास अधिकारी व जिला विकास अधिकारी को पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया था, कि सहायक विकास अधिकारी को सेक्टर/न्याय पंचायत का प्रभार दिया जाए लेकिन उसके विपरीत यहां कार्य किया जा रहा है ।जनपद के विकास खंडों में कार्यरत समस्त सहायक विकास अधिकारी को अपने-अपने विभाग से संबंधित विकास कार्यों के सफल संचालन हेतु सेक्टर/न्याय पंचायत का कार्य आवंटित किया जाए। यदि किन्हीं विकास करो में सहायक विकास अधिकारी कम संख्या में कार्यरत हो, तो उन विकास खंडों में सचिव, ग्राम पंचायत (ग्राम विकास अधिकारी/ग्राम पंचायत अधिकारी)को सहायक विकास अधिकारी का प्रभार किसी भी दशा में ना दिया जाए तथा उन विकास खंडों में सहायक विकास अधिकारी को ही अपने-अपने उत्तरदायित्व के साथ विकास कार्यों के सफल संचालन हेतु सहायक विकास अधिकारी पंचायत का अतिरिक्त प्रभार दिया जाए। प्रदेश के विकास खंडों में कार्यरत समस्त सहायक विकास अधिकारी मुख्यालय विकासखंड छोड़ने से पूर्व खंड विकास अधिकारी की अनुमति प्राप्त करेंगे, लेकिन यहां रायबरेली जनपद में शासन के आदेशों और निर्देशों का माखौल उड़ाया जा रहा है।