रिपोर्ट : उजमा कुरैशी
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी में व्यवसाय वाला शहर इंदौर जहां पर (टीपी) ट्रांसपोर्ट नगर के नाम से जाना जाता है जो मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा मैकेनिक स्थल है
इन्दौर : वहीं पर एक सिख समाज का (मंदिर) गुरुद्वारा है वहीं से एक रास्ता भवर कुआं की तरफ जाता है। वहां कुछ साल पहले रोड बनाए गए थे जो बीच में डिवाइडर की जगह छोड़ दी जाती है उन जगहों पर बाद में ब्लॉक लगा दिए गए थे मगर आज स्थिति यह है वहां पर रोजाना एक से दो हादसे होते हैं ।
जो बड़े ही खतरनाक तरीके से इन्सान गिरता हैं
अन्यथा अभी कोई ऐसा बड़ा हादसा तो नहीं हुआ है मगर बड़ा हादसा होने की फूल संभावना है वहां के रहवासियों का कहना है कि हमने इस समस्या को लेकर *नगर निगम में शिकायत भी की है कलेक्ट्रेट* में भी उन्होंने आवेदन निवेदन किए हैं मगर इसकी कोई सुनवाई नहीं होती है वहां के रहवासियों का कहना है। कि जब हम निगम अफसरो के पास गए तो हमें यही जवाब दिया गया कि जो कार्य हमें करना था वह हमने कर दिया क्या इस तरह का कार्य किया जाता है कि *लोगों की दुर्घटना स्थल पर मौत हो जाए।

या कोई बड़ा हादसा हो जाए इतनी लापरवाही हो रही है नगर निगम द्वारा इंदौर शहर में चाहे वह अतिक्रमण को लेकर हो या डेनेज लाइन के गड्डे खुले होने की बात हो या सड़कों की गंदगी हो या बैक गलियों की गंदगी हो जब किसी समस्या को लेकर दरोगा को प्रभारी को जोन अधिकारी को पत्रकार द्वारा भी फोन लगाया जाता है तो वह लोग फोन नहीं उठाते हैं।
कई कर्मचारी अधिकारी ने पत्रकारो के WhatsApp पर नम्बर ब्लाक कर रखे है
इसका तो यही मतलब हे की यह लोग अपनी ला परवाही को देखना नही चाहते है। सोचिये आम जन का क्या हाल होता है। क्या ऐसे कर्मचारियों अधिकारियों को जनता के साथ एसा मजाक करने का अधिकार है। कि जिसमे लोगो की जान चली जाए या प्रशासन जान बूझकर ऐसे लोगों को पनाह दे रहा है जिससे ऐसे कर्मचारियों अधिकारियों के हौसले बुलंद होते हैं और ऐसी सड़क दुर्घटनाओं के मामले में संज्ञान में ना लेते हुए रह वासियों को एक आश्वासन देकर वहां से भगा दिया जाता है या बड़े दुर्भाग्य की बात है कि इस इंदौर महानगर शहर के अंदर जिसे शिवराज सिंह चौहान पूर्व मुख्यमंत्री के सपनों का शहर कहा जाता है यहां पर हर समस्या का समाधान होने की एक कसम खाई थी उसको आज तोड़ा जा रहा है। नगर निगम की लापरवाही इस कदर होती जा रही है। शहर में निगम कर्मियों के होसले इतने बुलंद हो चुके है। जो उन्हें एक कार्य करने के लिए 10 बार कहा जाता है जब जाकर वह कार्य होता है और यह कार्य ऐसा है जो अभी तलक नहीं हुआ है। कई दुर्घटनाएं हो रही है आप देख सकते हैं इसके अंदर सीसीटीवी से कुछ वीडियो निकली गई है कुछ लाइव दुर्घटनाएं हैं जो एक बड़ा हादसा होने का संदेश दे रही है यदि इंदौर शहर की निगम कमिश्नर इंदौर कलेक्टर या पीडब्ल्यूडी के किसी भी अधिकारियों के संज्ञान में यह बात जाती है तो उन अधिकारियों को इस कार्य को करने की अनुमति देना चाहिए इस खतरनाक हादसे का शिकार आपका परिवार भी हो सकता है आपके बच्चे भी हो सकते हैं आपके रिश्तेदार भी हो सकते हैं मेरा यहां के जिम्मेदार अधिकारियों से ही निवेदन है इस कार्य को जल्द से जल्द करने की कृपा करें और जनता सेवा में अपना भरपूर योगदान दें हम आपको उन लोगो के नाम भी बताएंगे जो जनता की सिकायत करने के बाद आश्वासन देकर भगा दिया जाता है।