रायबरेली में भूमाफियाओं के खिलाफ लगातार कई संगठन जमीनों पर किए गए कब्जों को हटाए जाने की मांग को लेकर। अपनी आवाज बुलंद करते हुए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। चाहे वह तालाब की जमीन पर बने विद्यालय को हटवाने की हो या उसी के बगल में वर्षों से स्थित मंदिर की जमीन पर किए गए कब्जे की हो यहाँ संत रविदास मंदिर की जमीन पर दबंग भूमिफ़यों द्वारा किए गए कब्जे को लेकर सामाजिक संगठन विश्व दलित के अध्यक्ष के नेतृत्व में सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने मंदिर की जमीन पर किए गए कब्जे को हटवाने के लिए धरना प्रदर्शन किया है और न्याय की मांग की है। आपको बता दे क्या दिनांक 3 मार्च 2024 दिन रविवार को धरने पर बैठे सामाजिक संगठन विश्व दलित परिषद के अध्यक्ष राजेश कुरील ने बताया कि 1958 में रविदास महासभा के अनुयायियों को संत रविदास मंदिर बनाए जाने के लिए जिला प्रशासन ने जिला पंचायत की जमीन पर संत रविदास मंदिर बनाए जाने के लिए संस्था को पट्टा किया गया था।

रायबरेली के प्रथम सांसद बाबू बैजनाथ कुरील ने इस मंदिर का निर्माण कराया था और पूजा पाठ के लिए समर्पित किया गया था। जिस पर अराजकतत्त्व के दबंग भूमिया लोगों ने जबरन ताला लगाकर कब्जा कर लिया, जो कि यह सार्वजनिक रविदास मंदिर है। यही नहीं यहां पूजा पाठ करने से भी रोक लगाई जा रही है। जिसको लेकर कब्जा हटवाने हेतु डीएम रायबरेली हर्षिता माथुर को संगठन के लोगों ने मांग पत्र दिया था। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई, तो आज यह धरना प्रदर्शन मंदिर परिसर की जमीन पर किया जा रहा है और जब तक मंदिर की जमीन खाली नहीं होती है तब तक यह लड़ाई चलती रहेगी।