नसीराबाद थाने के एक दारोगा का घूस लेने का वीडियो वायरल
रायबरेली में पुलिस अधीक्षक की सख्त कार्यशैली को डाटा बताते हुए जिले में तैनात कई दरोगा लगातार भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे हैं पीड़ितों से खोल आम रिश्वत की मांग करते हैं। और मोटी रकम लेकर मामलों का वार न्यारा कर देते हैं। ऐसा ही एक मामला आज जब सोशल मीडिया पर वीडियो समेत वायरल हुआ तो पुलिस महकमें में अपरा तफरी मच गई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि, सीओ के संरक्षण में लगातार अवैध वसूली होती है। थानों के माध्यम से लिए जाने वाले पैसे इन साहबों के दफ्तरों से होकर गुजरता है। भले ही जिले की पुलिस अधीक्षक सख्त हो लेकिन विभाग में पहले भ्रष्टाचार को खत्म नहीं कर पा रहे हैं।

मामला नसीराबाद थाना के एक उपनिरीक्षक का हैं। लकड़ी कटान के एक ठेकेदार से पेड़ कटान के मामले में धारा घटाने को लेकर दस हजार रुपए की मांग की जा रही है, साथ ही मांग पूरी न करने पर गंभीर धारा बढ़ाने की बात भी कही जा रही है। ठेकेदार ने दरोगा को एक हजार रुपए अडवांस दे भी दिया है। दरोगा के इस डीलिंग का वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल होने के बाद क्षेत्र में और पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। बीते 27 फरवरी को नसीराबाद थाना क्षेत्र के पूरे लोचई मजरे लखापुर गांव में हरे पेड़ कटने की सूचना पर वन रक्षक दूतेंद्र बहादुर सिंह ने ठेकेदार अनिल कुमार उर्फ गुड्डू निवासी पूरे लाला मजरे अशरफपुर व मो मोसिम निवासी पूरे लोचई लखापुर के ऊपर मुकदमा दर्ज कराया था। मामले की विवेचक एस आई जागेश्वर त्रिपाठी द्वारा दो दिन पहले ठेकेदार को बुलाकर दस हजार रुपए की मांग किया गया। दरोगा ने ठेकेदार को धमकाया कि पैसे नहीं दोगे तो चोरी की एक धारा और बढ़ा देंगे। इन सब बातों की किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। फिलहाल भ्रष्टाचार में लिप्त दरोगा को एसपी के निर्देश पर लाइन हाजिर कर दिया गया है क्षेत्राधिकार सलोंन ने बताया कि मामले में जांच कर कार्यवाही की जा रही है। कार्यवाही होनी भी या नहीं हर बार सिर्फ जांच का हवाला देकर पल्ला झाड़ने वाले अधिकारी जनता से वसूली कर अपने शौख पूरे कर रहे हैं।