शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, “राहुल गांधी जी ने अपनी एक और विफल यात्रा का समापन किया। राहुल जी ने दो यात्राएं की और वह दो यात्राएं भारत जोड़ो, कांग्रेस तोड़ो, कांग्रेस छोड़ो यात्रा साबित हुई और जहां से गुजरी वहां से कांग्रेस ही गुजर गई। न्याय यात्रा ने भी कांग्रेस के साथ अन्याय ही किया। जहां से वो गुजरे वहां कांग्रेस या तो हारी या शीर्ष नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी। मैं राहुल जी और खड़गे जी से आज कुछ सवाल पूछ रहा हूं और उनके जवाब चाहता हूं…देश जानना चाहता है वो जवाब दें..!
जब अयोध्या में भगवान श्री राम के दिव्य और भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हुई थी तब, जब संपूर्ण देश आनंद, उत्सव और भक्ति से सरोवार था निमंत्रण उन्हें भी मिला था, कि वो सनातन धर्म के सबसे बड़े पर्व में शामिल हों उन्होंने इस कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होने का फैसला क्यों किया? निमंत्रण ठुकरा दिया।
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मैं यह मानता हूं, कांग्रेस की इस ऐतिहासिक भूल के लिए उन्हें जवाब देना चाहिए।
पश्चिम बंगाल का संदेशखाली में बहन और बेटियों के साथ जो अमानसिक मध्ययुगीन अत्याचार और अन्याय हुए घिनौने कृत्य हुआ बहनें सड़कों पर उतरी लेकिन कांग्रेस की तरफ से उनके समर्थन में एक भी बयान नहीं आया।
क्या यह आपकी तुष्टिकरण की नीति नहीं है।
एक बात मैं पूछना चाहता हूं देश भी जानना चाहता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता, जो जनता के दिलों में बसते हैं देश उनका पूरा परिवार है। उनके खिलाफ राहुल जी और उनकी पार्टी के नेता आपत्तिजनक बयान देते हैं यह भारत की संस्कृति नहीं है।
प्रधानमंत्री के पद पर आसीन एक ऐसे नेता जो विकसित भारत का निर्माण कर रहे हैं सारी दुनिया जिनका सम्मान करती है, उनके खिलाफ अशब्द शब्दो का इस्तेमाल क्या यही कांग्रेस और इंडी गठबंधन का चरित्र है?