रिपोर्ट : उजमा खान
लोकसभा चुनावों की तारीख नजदीक आ रही है। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां भी अपने-अपने प्रचार के लिए जुट गई हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश से एक खबर सामने आई है। बीजेपी ने यहां बुर्के की आड़ में हो सकने वाले फर्जी मतदान को रोकने के लिए एक तरकीब निकाली है। पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा ने मुस्लिम महिला वोटरों की जांच के लिए अपनी महिला कार्यकर्ताओं को पोलिंग एजेंट बनाने का फैसला किया है।
आपको बता दें, बीजेपी ने अपने संगठन में बूथ स्तर से मुस्लिम वर्ग को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है। इसका असर यूपी में हुए स्थानीय निकाय के चुनावों में भी साफ-साफ दिखा। पार्टी ने मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में मुस्लिम बूथ अध्यक्षों की भी नियुक्ति की, जिन बूथों पर मुस्लिम मतदाताओं की तादाद अच्छी खासी है। उन बूथों के लिए बनाई गई कमेटियों में भी मुस्लिमों को जगह दी गई। बीजेपी की कोशिश है कि सभी वर्गों के लाभार्थियों के साथ-साथ मुस्लिम समाज के भी ऐसे सभी लाभार्थियों तक पहुंचा जाए, जिन्हें केंद्र की मोदी सरकार अथवा राज्य की भाजपा सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का किसी न किसी रूप में लाभ मिला है।
हर बूथ पर तैनात रहेगी महिला कार्यकर्ता
यूपी भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने मुस्लिम महिला वोटरों की जांच के लिए पोलिंग एजेंट में अल्पसंख्यक मोर्चा की महिला कार्यकर्ता को भी अपनी कमेटी में रखेगी जो हर बूथ पर तैनात रहेगी। अल्पसंख्यक मोर्चा ने इसके लिये लोकसभा की 47 सीटों की पहचान की है। यूपी के मुस्लिम आबादी वाले बूथों पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा यूपी की मुस्लिम बूथ कमेटी मेंबर तैनात रहेंगी। हर बूथ पर उसी कमेटी मेंबर को तैनात किया जाएगा जो उसी मोहल्ले का हो। बुर्का पहनकर फर्जी वोट डालने वालो को चिन्हित करके संबंधित अधिकारियों को मुस्लिम बूथ कमेटी अवगत कराएगी। पोलिंग कमेटी में अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारी भी शामिल किए जाएंगे। बीजेपी बुर्के की आड़ में फर्जी मतदान कराने की शिकायत भी चुनाव आयोग से कर चुकी है। इसका प्रयोग लोकसभा चुनाव के पहले चरण में किया जाएगा।