सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने अपने पूरे 5 साल के कार्यकाल में मात्र 132 प्रश्न पूछे हैं, 0 बिल पेश किये,12 डिबेट मे हिस्सा लिये
लोकसभा आम चुनाव की घोषणा के बाद भाजपा ने झारखंड मे 13 सीट पर अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है, पर गिरिडीह लोकसभा में प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं हुई हैं। वही गिरिडीह लोकसभा मे आजसू पार्टी के उम्मीदवार चन्द्र प्रकाश चौधरी जीत दर्ज किये थे। गिरिडीह लोकसभा से पांच बार सांसद रहे सांसद रवींद्र कुमार पांडे का टिकट काट कर आजसू को यह सीट दिया गया था पर इस बार काफी संशय की स्थिति बनी हुई है। वहीं लोगों के बीच में यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है कि संसद चंद्र प्रकाश चौधरी भाजपा कार्यकर्ताओं को हमेशा दर किनारे कर चले। क्षेत्र मे लोगो के बीच नहीं रहते थे। सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी सिर्फ चहेते कार्यकर्ताओं के घर जाना पसंद करते थे। जब से चुनाव की घोषणा की गई है तब से वह काफी क्षेत्र में सक्रिय हो गए हैं। भाजपा से रहे पूर्व सांसद रवींद्र कुमार पांडे टिकट नहीं मिलने के बाद भी वह लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहे और लोगों के सुख-दुख में शामिल होते रहे। इसलिए सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी के जगह पर इस बार लोगों ने मांग किया कि फिर से रविंद्र कुमार पांडे को गिरिडीह लोकसभा से प्रत्याशी बनाया जाए। वहीं लोगों ने तो दबी जुबान में भी कहा कि यदि सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी को एनडीए अपना प्रत्याशी बनती है तो मोदी मैजिक के सहारे भी हो उनकी नैया पार नहीं लगेगी। अपने 5 साल के कार्यकाल में सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने ऐसा कोई कार्य नहीं किया। जिससे कि क्षेत्र के लोगों के बीच जाकर वह अपने विकास के कार्य को बता सके। बल्कि हर कार्यक्रम में वह अपने विकास रिपोर्ट कार्ड को लेकर बात करते हैं पर आज तक क्षेत्र में विकास रिपोर्ट कार्ड देखने को नहीं मिला है। लोगों ने तो यहां तक कह दिया कि फुसरो नगर परिषद क्षेत्र मे सेन्ट्रल काँलोनी मे संसद चंद्र प्रकाश चौधरी जिस वार्ड से आते हैं। उस वार्ड में आज तक उन्होंने कोई कार्य नहीं किया है। सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने अपने पूरे 5 साल के कार्यकाल में मात्र 132 प्रश्न पूछे हैं, 0 बिल पेश किये,12 डिबेट मे हिस्सा लिये।