रिपोर्ट : अविनाश कुमार
नावाडीह प्रखंड अंतर्गत नारायणपुर गांव के निकट बाघ देखे जाने की सूचना पर वन विभाग की टीम ने स्थल का निरीक्षण किया। वन विभाग के अधिकारियों और वनरक्षियों ने स्पॉट पर गहन जांच की, लेकिन किसी प्रकार का बाघ होने की पुष्टि नहीं हो पाई। इसके बावजूद, विभाग ने जंगल के आसपास छानबीन की और ड्रोन से भी इलाके की तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। बोकारो के प्रशिक्षु आईएफएस डीएफओ संदीप शिंदे ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम नारायणपुर गांव पहुंची और उस स्थान का मुआयना किया, जहां कथित रूप से बाघ की तस्वीर खींची गई थी। निरीक्षण के दौरान किसी भी प्रकार के बाघ के होने के निशान नहीं मिले, फिर भी ग्रामीणों की आशंका और भय को देखते हुए क्षेत्र की जांच जारी है।
उन्होंने आगे बताया कि जिस व्यक्ति ने बाघ की तस्वीर खींची और उसे वायरल किया, उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया है। डीएफओ शिंदे ने कहा कि इस तरह की फेक फोटो वायरल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, साथ ही ग्रामीणों को आश्वस्त किया गया कि डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। यदि भविष्य में किसी प्रकार की कोई संदिग्ध सूचना मिलती है, तो ग्रामीण तुरंत वन विभाग को सूचित करें। फिलहाल, वायरल की गई बाघ की तस्वीर को फेक करार दिया गया है, और वन विभाग स्थिति पर निगरानी बनाए हुए है।