Indore MD Drug Bust 2025: शहर में नशे का कारोबार करने वालों पर पुलिस की नजर सख्त हो गई है। पुलिस आयुक्त के सख्त निर्देश के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है। धार रोड स्थित सिलिकॉन स्वस्तिक गेट नंबर-3 के पास दो युवकों को 11.36 ग्राम खतरनाक नशीला पदार्थ ‘एमडी’ (मेफेड्रोन) के साथ धर दबोचा गया। इस ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 1 लाख 20 हजार रुपए बताई जा रही है। दोनों आरोपी चंदननगर इलाके के रहने वाले हैं और नशे के आदी लोगों को महंगे दामों पर ये जहरीला पदार्थ बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे थे।
कौन हैं गिरफ्तार आरोपी/Indore MD Drug Bust 2025
पुलिस ने जिन दो युवकों को पकड़ा है, उनके नाम ये हैं –

- जफर उर्फ जफर खान (पिता – मौजूद खान), निवासी चंदननगर, इंदौर
- शाहनवाज (पिता – रियाजुद्दीन), निवासी चंदननगर, इंदौर
दोनों आरोपी एक स्कूटी पर सवार होकर सिलिकॉन स्वस्तिक गेट नंबर-3 के पास सड़क किनारे खड़े थे। उनकी हरकतें पुलिस को पहले से ही संदिग्ध लग रही थीं। जैसे ही क्राइम ब्रांच की टीम ने उन्हें घेरा, दोनों घबरा गए और भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन पुलिस ने फुर्ती दिखाते हुए उन्हें दबोच लिया।
तलाशी में मिला 11.36 ग्राम ‘MD’
पुलिस ने जब दोनों की तलाशी ली तो उनके पास से 11.36 ग्राम ‘एमडी’ ड्रग्स बरामद हुई। यह नशीला पदार्थ सफेद पाउडर के रूप में होता है और पार्टी कल्चर में इसका बहुत ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है। युवा इसे ‘मेफ’, ‘ड्रोन’ या ‘एम-कैट’ जैसे नामों से भी जानते हैं। एक ग्राम ‘एमडी’ की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 10 से 12 हजार रुपए तक होती है, यानी कुल मिलाकर पुलिस ने 1.20 लाख रुपए से ज्यादा कीमत का माल जब्त किया है।
आरोपी ने कबूला – सस्ते में खरीदते थे, महंगे में बेचते थे
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि वे बाहर से या शहर के बड़े सप्लायर्स से यह ड्रग्स बहुत सस्ते दामों पर खरीदते थे। फिर इंदौर में नशे के आदि युवाओं और पार्टी करने वालों को 4-5 गुना दाम पर बेचकर भारी मुनाफा कमाते थे। एक आरोपी ने तो साफ कहा, “पैसा जल्दी और आसानी से कमाना था, इसलिए इस धंधे में आ गए।”
कैसे हुई सूचना, कैसे पकड़े गए
पुलिस आयुक्त इंदौर ने शहर में ड्रग्स तस्करी पर लगाम लगाने के लिए क्राइम ब्रांच को सख्त निर्देश दिए थे। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम लगातार मुखबिरों से सूचना जुटा रही थी। टीम को पता चला कि धार रोड और चंदननगर इलाके में कुछ लोग लगातार ‘एमडी’ की डिलीवरी कर रहे हैं। इसी सूचना पर टीम ने धार रोड के सिलिकॉन स्वस्तिक गेट नंबर-3 के आसपास निगरानी शुरू की।
शाम के समय दो युवक स्कूटी लेकर वहां पहुंचे। वे इधर-उधर देख रहे थे, जैसे किसी का इंतजार कर रहे हों। पुलिस को शक हुआ। जैसे ही टीम ने उन्हें रोका और नाम-पता पूछा, दोनों घबराकर इधर-उधर देखने लगे। पुलिस ने फौरन घेराबंदी की और तलाशी ली। तलाशी में प्लास्टिक की छोटी-छोटी पुड़ियों में भरा हुआ सफेद पाउडर मिला, जिसे फील्ड टेस्टिंग किट से जांचा गया तो वह ‘एमडी’ निकला।
कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने दोनों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया। क्राइम ब्रांच थाने में अपराध क्रमांक 209/2025 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों पर NDPS एक्ट की धारा 8/22 के तहत केस चलाया जा रहा है। यह धारा मादक पदार्थ बनाने, बेचने, खरीदने और परिवहन करने वालों के लिए बहुत सख्त सजा का प्रावधान रखती है। इसमें भारी जुर्माना और 10 साल से लेकर उम्र कैद तक की सजा हो सकती है
इंदौर में बढ़ता ड्रग्स का जाल
पिछले कुछ महीनों में इंदौर में ‘एमडी’ ड्रग्स की बरामदगी के मामले तेजी से बढ़े हैं। खासकर कॉलेज के युवा, पार्टी करने वाले और रेव पार्टियों में जाने वाले लोग इसकी गिरफ्त में आ रहे हैं। यह ड्रग्स बहुत जल्दी लत लगा देता है और इसके सेवन से दिल का दौरा, दौरे पड़ना और मौत तक हो सकती है। पुलिस अब यह भी पता लगा रही है कि ये दोनों आरोपी किस-किस से ड्रग्स खरीदते थे और शहर में इनके कितने ग्राहक थे। उम्मीद है कि जल्दी ही बड़े सप्लायर्स तक पुलिस पहुंच जाएगी।
पुलिस की अपील
क्राइम ब्रांच ने शहरवासियों से अपील की है कि अगर आपके आसपास कोई नशे का कारोबार कर रहा है या संदिग्ध गतिविधियां दिख रही हैं तो बिना डरे पुलिस को सूचना दें। आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी। पुलिस कंट्रोल रूम नंबर 100 या क्राइम ब्रांच के नंबर पर कॉल करके सूचना दे सकते हैं।










