● जिला में बाल हित के कार्यों को करें सुनिश्चित योजनाओं का लाभ हो सुनिश्चित : रुचि कुजूर
● बाल श्रम, बाल तस्करी का हो रोकथाम : रूचि कुजूर
गिरिडीह : झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग झारखंड सरकार के सदस्य रुचि कुजूर और आभा वीरेंद्र अकिंचन ने गिरिडीह जिला का दो दिवसीय दौरा किया। सर्वप्रथम गिरिडीह जिला के अधिकारियों के साथ परिसदन भवन में बैठक किया। इस अवसर पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी स्नेह कश्यप, डीसीएलआर अमरेन डांग, जिला परिवहन पदाधिकारी शैलेश प्रियदर्शी, निदेशक डीआरडीए रंथू महतो, अनुमंडल पदाधिकारी श्रीकांत विसपूते, डालसा सचिव, जिला कल्याण पदाधिकारी जयप्रकाश मेहरा, सिविल सर्जन, जिला शिक्षा अधिकारी वसीम, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, विशेष किशोर पुलिस अधिकारी, श्रम अधीक्षक रवि शंकर, अधीक्षक उत्पाद विभाग, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी अंजना भारती, डीपीएम जेएसएलपीएस, जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी जीतू कुमार, बाल विकास परियोजना अधिकारी मुनेश्वरी बाड़ा, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति पूजा सिंह सदस्य योगेंद्र प्रसाद, संतोष गुप्ता, नीतू गुप्ता, सदस्य किशोर न्याय बोर्ड सुलेखा गुप्ता, मिशनरी ऑफ़ चैरिटी की प्रतिनिधि, समन्वयक चाइल्डलाइन सुनीता कुमारी, मुख बधिर विद्यालय के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
झारखंड राज्य बाल आयोग के सदस्य रुचि कुजूर और आभा वीरेंद्र अकिंचन ने क्रमवार विभाग का समीक्षा किया। जिला में बाल अधिकार और संरक्षण को लेकर किए जा रहे कार्य और योजनाओं का समीक्षा किया।
सिविल सर्जन ने विशेष न्यू बोर्न यूनिट और बाल कुपोषण यूनिट की जानकारी दिया साथ आयोग ने विशेष बीमारी से पीड़ित बच्चों के लिए उन्हें दिशा निर्देश दिया,बाल श्रम, बाल पलायन रोकने के लिए श्रम अधीक्षक को निर्देश दिया। जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि आंगनवाड़ी, कस्तूरबा विद्यालय और सभी आवासीय विद्यालय में भोजन और पानी की शुद्धता बनी रहें।
जिला शिक्षा पदाधिकारी से कहा गया कि बच्चों को शिक्षा के प्रति जोड़े, और ड्राप आउट बच्चों को विशेष निगरानी रखें।
जिला कल्याण पदाधिकारी ने जनजातीय आवासीय विद्यालय की जानकारी दिया। तत्पश्चात उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा से बैठक किया बाल श्रम रोकने, बाल तस्करी रोकथाम, बच्चों को शिक्षा के प्रति जोड़ने, बाल संप्रेषण भवन, बाल गृह बनाने पर बात हुई, बाल हित से जुड़े मामलो को अच्छी से पालन हो इस पर बात हुई। तत्पश्चात सदर अस्पताल का निरिक्षण किया।