ब्यूरो रिपोर्ट : शिवा मौर्य
रायबरेली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएससी) में संदिग्ध परिस्थितियों में खड़ी एंबुलेंसों में भीषण आग लग गई। घटना से स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया और अपरा तफरी मच गई। सूचना पर पहुंची अग्निशमन दल की टीम ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक एंबुलेंस जलकर राख हो चुकी थीं। यह घटना कई सवाल खड़े करती है। क्या यह महज एक दुर्घटना थी,या इसके पीछे कोई और वजह थी? यह एक जांच का विषय है।पुरानी एंबुलेंस भले ही सेवा में न हों, लेकिन वे सरकारी संपत्ति थीं और उनका इस तरह से जल जाना विभाग में तैनात जिम्मेदारों पर सवालिया निशान खड़े करता है और नुकसानदायक है। यह भी विचारणीय है कि ये पुरानी एंबुलेंस सीएससी परिसर में क्यों खड़ी थीं।और क्या इन्हें हटाने या अन्यत्र सुरक्षित रखने की कोई योजना नहीं थी। अग्निशमन दल के पहुंचने और आग बुझाने के प्रयासों के बावजूद एंबुलेंस का पूरी तरह से जल जाना आग की तीव्रता को दर्शाता है। स्थानीय प्रशासन को इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए।
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आग लगने के सही कारणों का पता लगाने के लिए गहन जांच आवश्यक है। यदि किसी प्रकार की लापरवाही या शरारत पाई जाती है, तो दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके अतिरिक्त, भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचाव के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए, जिसमें पुरानी और अनुपयोगी वाहनों का सुरक्षित निपटान भी शामिल है। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि स्वास्थ्य केंद्रों पर मौजूद संसाधन सुरक्षित रहें।