चास बोकारो में रथ यात्रा के नौवें दिन भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ मौसी बाड़ी (गुंडिचा मंदिर) से अपने निवास स्थान जगन्नाथ मंदिर लौटे। इस पावन अवसर पर शहर में भक्ति और उल्लास का माहौल देखने को मिला। रथ यात्रा की वापसी के दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर भगवान के दर्शन किए और कीर्तन, भजन में सम्मिलित होकर पुण्य अर्जित किया।
इस मौके पर आयोजन समिति और समाज के कई प्रतिष्ठित जन उपस्थित थे, जिनमें नेपाल प्रामाणिक, पतित पावन सिंह, विश्वनाथ मोदक, बंकु बिहारी सिंह, जगन्नाथ बाउरी, विदेशी सिंह, मनोज जायसवाल, चित्तो मोदक, वासुदेव सिंह, विंदू मंडल, प्रेम जायसवाल, मनोज मंडल, मथुरा मोदक, दिलीप प्रामाणिक, महावीर मोदक, डॉक्टर परिंदा सिंह, डॉक्टर रतन केजरीवाल, रामदास प्रामाणिक, राजेश बोराल, मंटु चड्डी, रंजीत मंडल, सत्यनारायण मोदक, बंकेश बाउरी, अतुल दत्ता, स्वरूप वेज, गणेश रजक, समर मंडल, श्यामल वरण सिन्हा, सुकुमार मंडल, विष्णु हालदार और जगन्नाथ ओझा समेत अन्य श्रद्धालु उपस्थित रहे।
रथ यात्रा की सफलता के लिए स्थानीय प्रशासन और स्वयंसेवकों द्वारा समुचित व्यवस्था की गई थी। पूरे आयोजन में श्रद्धा, सेवा और सांस्कृतिक एकता का सुंदर समागम देखने को मिल।