पिट्स मॉडर्न स्कूल, गोमिया ने किया 1991 बैच के पूर्व छात्रों का स्वागत! उत्कृष्टता की परंपरा को दी नई ऊँचाई

रिपोर्ट : विक्रम प्रजापति

गोमिया पिट्स मॉडर्न स्कूल गोमिया, जिसकी स्थापना वर्ष 1967 में हुई थी, ने हमेशा उदार, व्यापक और सर्वांगीण शिक्षा प्रदान करने की गौरवशाली परंपरा कायम रखी है। विद्यालय का उद्देश्य सदैव नेतृत्व, जिम्मेदारी और आत्मनिर्भरता जैसे गुणों को छात्रों में विकसित करना रहा है, ताकि वे जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें।

6 सितम्बर 2025 को विद्यालय ने गर्व के साथ अपने 1991 बैच के पूर्व छात्रों का स्वागत किया, जिन्होंने भारत और विदेशों में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। इस अवसर पर उपस्थित विशिष्ट पूर्व छात्रों में शामिल थे:

● अशोक वर्मा – उद्योगपति, इंडस्ट्रियल केमिकल्स

● जूली वर्गीस – निदेशक, एरिस्टोक्रैट इंड लिमिटेड, नाइजीरिया

● लवली श्रीवास्तव – सदस्य, भारत विकास परिषद, उत्तर प्रदेश

● राजेश कुमार यादव – टीजीटी हिंदी, डीडीवाईपीपीआईएस, पटना

● एम. नवीन – अधीक्षक, जीएसटी एवं केंद्रीय उत्पाद शुल्क

● इंद्रनाथ सिन्हा – प्राचार्य, जीजीजीसीईटी एवं सेंट जेवियर्स इंटरनेशनल स्कूल, धनबाद

● भावेश कुमार – प्रमुख, कार्यक्रम एवं रणनीति, डेटा एनालिटिक्स, बैंगलुरु

पूर्व छात्रों का यह आगमन विद्यालय के लिए गर्व और प्रेरणा का क्षण था, जिसने एक बार फिर विद्यालय के इस शाश्वत मंत्र को प्रमाणित किया — “बालक को जिस मार्ग पर चलाना है, उसी पर उसे प्रशिक्षित करो; तब वह वृद्ध होने पर भी उससे नहीं हटेगा।”

इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री बृज मोहन लाल दास ने सभी पूर्व छात्रों का हार्दिक स्वागत किया और कहा कि उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियाँ संस्था के लिए गर्व की बात हैं।

गोमिया स्कूल सोसाइटी के उपाध्यक्ष श्री अरिंदम दासगुप्ता ने पूर्व छात्रों के समाज में योगदान की सराहना की और कहा कि विद्यालय की सर्वांगीण शिक्षा की परिकल्पना आज भी ऐसे नेताओं का निर्माण कर रही है जो पीढ़ियों को दिशा दे रहे हैं।

आईईपीएल (ओरिका) गोमिया के एमसीएम श्री अभिषेक विश्वास ने पूर्व छात्रों को उनकी व्यावसायिक सफलता पर बधाई दी और पिट्स मॉडर्न स्कूल की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह संस्था ऐसे प्रतिभाशाली छात्रों को गढ़ रही है जो वैश्विक मंच पर विद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं।

1991 बैच का यह पुनर्मिलन केवल एक होमकमिंग नहीं था, बल्कि पिट्स मॉडर्न स्कूल, गोमिया की शाश्वत परंपरा, प्रेरणा और नेतृत्व की विरासत का उत्सव था — एक ऐसी विरासत जो आने वाली पीढ़ियों को निरंतर मार्गदर्शन देती रहेगी।

Related posts

बीएसएल विस्तारीकरण और पत्रकारों को बीमा योजना का लाभ दिलाने हेतु राज्यपाल से मिले कुमार अमित

पिता ने किया विरोध, बेटे ने मिलाया राहुल से हाथ

टीईटी अनिवार्यता के खिलाफ शिक्षकों का धरना-प्रदर्शन