रायबरेली शहर की बदहाल सड़कों और बजबजाते नालों को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी यानी भाकपा माले के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया।
बताते हुए चले कि पार्टी के नेता विजय विद्रोही के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने,डीएम कार्यालय पहुंचकर शहर की समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। ज्ञापन में टूटी सड़कों, गंदे नालों और शहर की बदहाल स्थिति का जिक्र करते हुए तत्काल सुधार की मांग की गई। रायबरेली शहर की कई प्रमुख सड़कों की जर्जर हालत का उल्लेख किया गया। इनमें मधुबन मार्केट रोड, घोसियाना की ढोलक वाली गली, नेहरू नगर क्रॉसिंग से मनिका रोड तक की सड़कें शामिल हैं। ज्ञापन में कहा गया कि इन सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जो आम नागरिकों के लिए खतरा बने हुए हैं। कई लोग इन सड़कों पर गिरकर चोटिल हो चुके हैं। इसके अलावा, शहर में नालों की सफाई न होने के कारण जलभराव और गंदगी की समस्या आम हो गई है, जो बीमारियों को बढ़ावा दे रही है।

मीडिया द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में भाकपा माले नेता विजय विद्रोही ने हाल ही में हुई दिशा बैठक में एक मंत्री के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। मंत्री ने दावा किया था कि रायबरेली में विकास कार्यों में कोई कमी नहीं है और जिले में विकास की गंगा बह रही है। इस पर विजय विद्रोही ने कहा,जिन मंत्री महोदय ने अधिकारियों की पीठ थपथपाई है, उनके घर से महज 100 मीटर की दूरी पर बस्तेपुर से गोराबाजार तक की सड़क कुएं में तब्दील हो चुकी है। यह सड़क उन्हें दिखाई नहीं देती। विकास की गंगा उनके घरों तक सिमटी है। लेकिन हकीकत से सिर्फ जनता रूबरू हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि भाकपा माले पिछले कई वर्षों से मांग कर रही है कि नगर पालिका द्वारा किए गए विकास कार्यों, जैसे नालियों और खड़ंजों के निर्माण का ब्योरा सार्वजनिक किया जाए।
उन्होंने आरोप लगाया कि विकास के नाम पर जनता को गुमराह किया जा रहा है और धरातल पर स्थिति बदहाल है। सिटी मजिस्ट्रेट ने ज्ञापन स्वीकार करते हुए आश्वासन दिया कि इस मामले को जिलाधिकारी के समक्ष रखा जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, अभी तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम उठाए जाने की जानकारी सामने नहीं आई है।










