करगली बाजार गुरूद्वारा मे सोमवार को कीर्तन दरबार की समाप्ति के बाद गुरु का अटूट लंगर बरताया गया। सभी समाज के लोगों ने लंगर का प्रसाद ग्रहण किया। गुरुद्वारे के बाहर रोड पर मीठे पानी की छबील लगाई गई। वाहन चालकों को रोककर ठंडा शरबत पिलाया गया। गुरुद्वारा सिंह सभा भरतपुर के प्रधान लाल सिंह ने बताया है कि गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। सिख धर्म में सभी पर्व को श्रद्धा और आस्था से मनाया जाता है। सिख मर्यादा कहती है की चढ़दी कला में रहकर जीना है। इसलिए चढ़दी कला में प्रकाश पर्व और शहीदी पर्व मनाते हैं। उन्होंने कहा कि गुरु अर्जुन देव जी की शहादत अतुलनीय है. मानवता के सच्चे सेवक, धर्म के रक्षक, शांत और गंभीर स्वभाव के स्वामी गुरु अर्जुन देव सर्वमान्य लोकनायक थे। उन्होंने दिन रात जनता की सेवा में लगाए थे। उनके मन में सभी धर्मों के प्रति अथाह सम्मान था। सिख धर्म में सबसे पहले गुरु अर्जुन देव जी की शहादत हुई थी। कार्यक्रम मे बबली सिंह, जौनी सिंह, अरुण अग्रवाल, पियूष अग्रवाल, संतोष कुमार, लबी सिंह, निशान सिंह, अजय साह आदि सैकड़ो लोग शामिल हुए।