रिपोर्ट : बंस बहादुर सिंह
रायबरेली : योगी सरकार की छवि को धूमिल कर रहे हैं। चौकी में तैनात दरोगा व दीवान, लाख शिकायतों के बाद भी नहीं हो रही है। इन दोनों पर कार्यवाही,पुलिस अधीक्षक व क्षेत्राधिकारी नगर की उदासीनता के चलते, दरोगा और दीवान के गुनाहों पर हर बार पर्दा डाला जा रहा है। जिसकी वजह से क्षेत्र वीडियो में रोष व्याप्त है। यहां मिल एरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत सुल्तानपुर हाईवे पर अमेठी बॉर्डर के समीप बनी डिघिया पुलिस चौकी में तैनात दरोगा सौरभ बालियान व दीवान की मनमानी कार्यशैली से चौकी क्षेत्र में लगातार अपराध बढ़ता जा रहा है। शिकायती पत्र देने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। यह दोनों पुलिसकर्मी लगातार क्षेत्र की जनता का खून चूस रहे हैं और उनसे जमकर वसूली कर रहे हैं। जबकि क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक चोरियां हो चुकी है। जिनमें कई मामलों के सीसीटीवी वीडियो भी सामने आए हैं लेकिन वसूली बाज दरोगा और दीवान सिर्फ अपनी जेब में भरने में लगे हुए हैं। शारदा नहर से लेकर डिघिया चौकी क्षेत्र में लगभग एक दर्जन से अधिक चोरियां हुई है। लेकिन खुलासा एक भी घटना का नहीं। क्षेत्र में मारपीट हुई है। उसमें वसूली की गई घरेलू हिंसा के मामले आए उसमें जमकर वसूली हुई। कई बार वशूली को लेकर, चौकी के पुलिस कर्मियों में झगड़ा भी हुआ। मिट्टी का पैसा अलग पुलिस लेती है लकड़ी कटान का पैसा अलग लेती है। जिनके लिए चौकी इंचार्ज हुआ दीवान ने अलग-अलग लोग रखे हैं। जो वसूली कर लाकर चौकी में देते हैं। यही नहीं बिना किसी सर्च वारंट के लोगों के घरों घुसना तोड़फोड़ करना, गाली गलोज करना और फिर बाद में पिछला समझौता के नाम पर वसूली करना चौकी के दरोगा और दीवान का पैसा बन गया है, लेकिन इस और लगातार शिकायत के बाद भी उच्च अधिकारी संज्ञान नहीं ले रहे हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि क्या पुलिस अधिकारियों की मिली भगत से दरोगा और दीवान मनबढ होकर क्षेत्र में वसूली कर रहे हैं। जो क्षेत्र की जनता के लिए नासूर बन गए हैं। अनावश्यक क्षेत्र की जनता को परेशान करना उनसे वसूली करना इनका पेशा बन गया है।