दी इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया की प्रोफेशनल स्किल्स एनरिच्मेंट कमिटी के द्वारा आज युथ स्किल्स वीक के अवसर पर आई सी ए आई भवन, राँची में पब्लिक स्पीकिंग स्किल्स पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस सेमिनार को सम्बोधित करते हुए इंस्टिट्यूट के राँची शाखा के चेयरपर्सन सीए श्रद्धा बगला ने कही कि 21वीं सदी में, सार्वजनिक भाषण कौशल पहले से कहीं ज़्यादा महत्वपूर्ण हैं। सोशल मीडिया और 24 घंटे के समाचार चक्र के उदय के साथ, स्पष्ट, संक्षिप्त और प्रेरक ढंग से संवाद करने की क्षमता हमारे व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन दोनों में एक मूल्यवान संपत्ति है। आज के प्रोफेशनल जीवन में चाहे हम चार्टर्ड एकाउंटेंट्स खुद के प्रैक्टिस में हो या किसी कंपनी में कार्यरत हों हमें सार्वजानिक भाषण कौशल हमे हमारी सफलता में महत्वपूर्ण योगदान देती है।
पब्लिक स्पीकिंग स्किल्स पर बोलते हुए कॉर्पोरेट ट्रेनर सीए शुभम मोदी ने कहा कि एक चार्टर्ड एकाउंटेंट्स यदि वह खुद का प्रैक्टिस कर रहा हो तो उससे अपने क्लाइंट से और अपने कर्मचारियों से वार्तालाप करना होता है और यदि वह नौकरी में हो चाहे वह कंपनी हो या निगम हो उसे हमेशा वित्तीय और अन्य सम्बन्धी जानकारियां कंपनी बोर्ड और अन्य जगह पर प्रेजेंटेशन के माध्यम से देनी होती है। इस तरह एक चार्टर्ड एकाउंटेंट्स को सफल होने के लिए पब्लिक स्पीकिंग स्किल का होना आवश्यक है। सीए शुभम मोदी ने बताया कि सार्वजनिक भाषण कला चार प्रकार के कार्यों के लिए जैसे जानकारी देना, राजी करना, मनोरंजन करना और स्मरण करना के लिए किया जाता है।
सार्वजनिक भाषण कौशल के द्वारा किसी भी व्यक्ति में बेहतर संचार कौशल का व्यक्तित्व विकसशीट होती है अपितु इससे उसके आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है साथ ही वह सबके बीच आक्रषण का केंद्र भी होता है। इस सेमिनार में 70 से ज्यादा चार्टर्ड एकाउंटेंट्स और सीए के विधार्थियों ने भाग लिया।