जिले के टोल प्लाजाओं पर वाहन चालकों से गुंडागर्दी कर वसूले जाते है पैसे, जिम्मेदार मौन
रिपोर्ट : शिवा मौर्या
रायबरेली में जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार जीरो टॉलरेंस की बात करती है। वहीं दूसरी ओर सरकार के कारिंदों के संरक्षण में ही अवैध वशूली का गोरखधंधा चरम पर है। ऊंचाहार थाना क्षेत्र में बड़े नेता का राइट हाथ बढ़ाकर शुक्ला व मिश्रा नाम के कथित गुंडे पुलिस की मिली भगत से अपने गुर्गों से जमकर अवैध वसूली करवाते हैं। यही नहीं थाने में शिकायत करने के बाद भी थाने की पुलिस हाथ पैर हाथ रखकर बैठी रहती है। जानकारी अनुसार बता दे की चाहे लखनऊ प्रयागराज हाईवे हो या रायबरेली फतेहपुर हाईवे दोनों हाईवे इतनी ज्यादा बदहाल और ध्वस्त है कि, कोई भी वाहन चालक अपनी मंजिल तक सही सलामत पहुंच जाए तो समझो उसमें बहुत बड़ा काम किया। ऊंचाहार थाना क्षेत्र के बाबूगंज के समीप पढ़ने वाले टोल प्लाजा में जिस कदर वाहन चालकों से नेटवर्क ना होने का बहाना बताकर पर्ची के सहारे तै टोल रेट से 2 गुना की वशूली करते। वहीं चालकों के कुछ भी पूछने पर टोल पर तैनात रहने वाले टोल कर्मचारी गाली गलौज करते हुए मारपीट पर आमदा हो जाते हैं। जिससे वाहन चालकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। 20 से ₹40 के लिए टोल पर तैनात कर्मचारी वाहन चालकों के खून के प्यासे हो जाते हैं और गुंडे दिखते हुए कहते हैं कि जहां भी शिकायत करना है कर लो मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा मैंने यहां का ठेका ले रखा है। जबकि हाईवे की हालत बाद से बता रहे फिर भी यहां पर अवैध वसूली किसके इशारे पर हो रही है। जबकि इसी जिले के सांसद भी सांसद राहुल गांधी हैं, तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश सरकार के उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप का भी यह गृह जनपद है। फिर भी इस तरह गुंडागर्दी करके वसूली की जा रही है कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी का कर्मचारी भी आंख मूंद कर बैठे हैं। ऐसा लगता है कि इन्हीं अधिकारियों और पुलिस की मिली भगत से यहां पर अक्सर घटनाएं होती हैं। जिसने टोल कर्मी एकजुट होकर वाहन चालक से गाली गलौज करते हुए मारपीट करते हैं, लेकिन स्थानीय पुलिस शिकायत के बाद भी समय से नहीं पहुंचती चाहे उसके साथ कोई अनहोनी ही क्यों ना हो जाए। ऊंचाहार टोल पर कुछ बिना ड्रेस के रहते हैं तो कुछ ड्रेस में रहते हैं। इन सब के संरक्षण में ही गुंडागर्दी करके वसूली होती है, जो शुक्ला और मिश्रा के चमचे बताए जा रहे है। यही हाल लालगंज ऐहार टोल प्लाजा का है। यहां पर भी बिना हाईवे के ही वह हल चालकों से अवैध वसूली की जा रही है।