बिहार में बाढ़ के संकट को देखते हुए राज्य सरकार के साथ ही केंद्र सरकार भी एक्शन में है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय NDRF के साथ आज समीक्षा बैठक करेंगे. बाढ़ के खतरे को देखते हुए NDRF को अलर्ट रखा गया है. नेपाल की तराई में भारी बारिश के कारण बिहार के 13 जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। नेपाल की तराई क्षेत्र में जारी बारिश ने 13 जिलों में बाढ़ की स्थिति को गंभीर बना दिया है। मौसम विभाग ने स्थिति को ध्यान में रखते हुए चेतावनी जारी की है कि बिहार में 56 वर्षों में पहली बार इतनी बड़ी बाढ़ की संभावना है। वाल्मीकिनगर बराज का संकट पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मीकिनगर में स्थित गंडक बराज के सभी 36 गेट खोल दिए गए हैं। इस कदम से जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। शनिवार दोपहर 12 बजे गंडक बराज से 4.20 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज रिकॉर्ड किया गया, जो लगातार बढ़ता जा रहा है।
गंडक नदी में भारी मात्रा में पानी आने से स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई है। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने आवश्यक कदम उठाने की तैयारी शुरू कर दी है, लेकिन स्थानीय निवासियों की चिंता बढ़ती जा रही है। बाढ़ की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों के लिए आवश्यक उपायों की योजना बनाई है। सभी प्रभावित जिलों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए व्यवस्था की जा रही है। यह स्थिति न केवल स्थानीय निवासियों के लिए, बल्कि राज्य की सुरक्षा और समृद्धि के लिए भी चुनौतीपूर्ण है। प्रशासन की तत्परता और लोगों की जागरूकता इस संकट से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।