अश्विन पुर्णिमा के दिन बुधवार से शुरू हुई तीन दिवसीय मां लक्खी की पूजा, लोगों में उत्साह
दो संप्रदायों के आपसी सौहार्द और हिंदू मुस्लिम एकता का मिसाल महेशमुंडा में अश्विन पुर्णिमा में होने वाली मां लक्खी की पूजा बुधवार देर शाम को वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ प्रारंभ हो गई । बेंगाबाद प्रखंड के महेशमुंडा बंधाबाद में आयोजित होने वाली इस पूजा में शुरू से ही हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग मिलकर पूजा करने से लेकर मेला का आयोजन करने और उसकी श्रद्धालुओं की सुरक्षा में मुस्तैद रहते हैं । बुधवार की मां लक्खी की पूजा प्रारंभ हो गई ।महेशमुंडा स्टेशन परिसर में होने वाली इस भव्य मेंले का आयोजन तीन दिनों तक बुधवार गुरुवार और शुक्रवार को होगा । बताते हैं कि महेशमुंडा निवासी यदुनंदन गोस्वामी और छेदी खान ने 74 वर्ष पूर्व मां लक्ष्मी की पूजा का बीड़ा उठाया था। इस परंपरा को आज तक दोनों समुदाय के लोग ढ़ोते आ रहे हैं । लेकिन चार साल पूर्व महेश मुंडा में स्टेशन को बृहद रूप दिए जाने के बाद से रेलवे का मैदान लुप्त हो गया है जिस कारण मेला का स्थल छोटा पड़ गया है ।

पूजा समिति के सदस्यों ने बीते वर्ष में ही निर्णय लिया था की महेश मुंडा रेलवे परिसर के समीप में ही मां लक्खी प्रतिमा की पूजा की जाएगी और उनके इर्द-गिर्द मेले का आयोजन किया जाएगा। इस पूजा में यजमान सोनी देवी और धनंजय राणा पूजा में बैठे हुए हैं। पूजा को सफल बनाने में अध्यक्ष धनंजय राणा सचिव विजय गोस्वामी, कोषाध्यक्ष किशुन गोप, रामकुमार राणा, जितेंद्र सिंह, हेमराज साह, अर्जुन यादव, बिकी राणा, अर्जुन गोप, समेत आदि कई जुटे हैं।