रिपोर्ट : नासिफ खान
मध्य प्रदेश में मंगलवार आधी रात को गृह विभाग ने 7 आईपीएस अधिकारियों के तबादले की प्रक्रिया शुरू की। यह आदेश रात एक बजे जारी हुआ और इसमें कई महत्वपूर्ण पदों पर परिवर्तन किए गए हैं।
मुख्यमंत्री के ओएसडी में बदलाव
मुख्यमंत्री के ओएसडी राजेश हिंगणकर को उनके रिटायरमेंट के कारण बदल दिया गया है। राजेश हिंगणकर 31 अक्टूबर को सेवा से अवकाश ग्रहण करेंगे। उन्हें 19 फरवरी 2024 को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के ओएसडी के रूप में नियुक्त किया गया था। अब इंदौर पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता को मुख्यमंत्री का नया ओएसडी बनाया गया है, जो इस जिम्मेदारी को संभालेंगे।
नए पदों की नियुक्तियां
गृह विभाग के आदेश के अनुसार, अपर परिवहन आयुक्त उमेश जोगा को उज्जैन जोन का अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) बनाया गया है। इस बदलाव के साथ, आईजी उज्जैन संतोष सिंह को इंदौर का नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है। इन सभी बदलावों का उद्देश्य पुलिस प्रशासन में सुधार और कार्य क्षमता को बढ़ाना है।
जिलों के एसपी में बदलाव
गृह विभाग के आदेश में तीन जिलों-जबलपुर, देवास और बड़वानी-के एसपी में भी बदलाव किया गया है। जबलपुर के एसपी आदित्य प्रताप सिंह को पुलिस मुख्यालय में स्थानांतरित किया गया है। उनकी जगह देवास के एसपी संपत उपाध्याय को जबलपुर का नया एसपी बनाया गया है। वहीं, बड़वानी के एसपी पुनीत गहलोत को देवास का एसपी नियुक्त किया गया है। इंदौर के पुलिस उपायुक्त जगदीश डाबर को बड़वानी का नया एसपी बनाया गया है।
7 आईपीएस अफसरों के तबादले की सूची
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- उमेश जोगा अपर परिवहन आयुक्त, मप्र, ग्वालियर एडीजी, उज्जैन जोन
- राकेश गुप्ता पुलिस कमिश्नर इंदौर ओएसडी, मुख्यमंत्री
- संतोष कुमार सिंह पुलिस महानिरीक्षक, उज्जैन जोन पुलिस कमिश्नर इंदौर
- आदित्य प्रताप सिंह एसपी, जबलपुर एआईजी, पुलिस मुख्यालय भोपाल
- जगदीश डाबर पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) इंदौर एसपी बड़वानी
- संपत उपाध्याय एसपी, देवास एसपी जबलपुर
- पुनीत गेहलोत एसपी, बड़वानी एसपी देवास
: सीएम के गृह क्षेत्र में पदस्थ हुए उमेश जोगा
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के गृह क्षेत्र की जिम्मेदारी अब अपर आयुक्त परिवहन उमेश जोगा को सौंपी गई है, जिन्हें एडीजी उज्जैन जोन के रूप में पदस्थ किया गया है। जोगा को फरवरी 2024 में अपर आयुक्त के पद पर नियुक्त किया गया था, जो कि इस क्षेत्र में एडीजी स्तर के पहले अधिकारी हैं। इससे पहले, इस पद पर केवल डीआईजी स्तर के अधिकारी ही नियुक्त किए जाते थे।
उमेश जोगा ने अपने कार्यकाल के दौरान कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिनमें से एक प्रमुख घटना 25 जून को हुई, जब उन्होंने एक पत्र जारी किया। इस पत्र में उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि परिवहन चेक पोस्ट पर प्राइवेट व्यक्तियों की मौजूदगी की शिकायतें मिली हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि चेक पोस्ट पर कोई भी प्राइवेट व्यक्ति नहीं होना चाहिए, ताकि सिस्टम में पारदर्शिता और दक्षता बनी रहे।
उमेश जोगा की नई जिम्मेदारी मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में उन्हें और अधिक चुनौतीपूर्ण कार्यों का सामना करने का अवसर प्रदान करेगी, जिससे वह अपने अनुभव और क्षमताओं का बेहतर उपयोग कर सकेंगे।