रायबरेली जिले के रोहनिया ब्लॉक के पूरे गौसपुर गांव के पास शुक्रवार सुबह तड़के चार बजे प्रतापगढ़ ब्रांच की शारदा सहाय नहर की दाहिनी पटरी के नीचे से पानी रिसाव होने लगा। देखते ही देखते पानी खेत की तरफ बढ़ने लगा । सूचना नहर विभाग के अधिकारियों को दी गई । अधिकारियों को मौके पर न पहुंचने पर ग्रामीणों द्वारा खुद पटरी के रिसाव को बांधना शुरू कर दिया लेकिन पानी के तेज बहाव होने के कारण पटरी को बांधा नहीं जा सका । जिससे सैकड़ो बीघा गेहूं सरसों आलू की फसल जलमग्न हो गई। नहर कटने की सूचना के चार घंटे बाद भी नहर विभाग का कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रणजीत प्रताप सिंह क्षेत्रीय लेखपाल रविंद्र मौर्य और तनवीर अहमद के प्रयास से और नहर विभाग के द्वारा जेसीबी मशीन की व्यवस्था करा कर पटरी को करीब दो घंटे अथक प्रयास कर कटी पटरी को बाधने में सफलता मिली । लेकिन तब तक पूरे गौसपुर और पूरे बल्दू गांव के किसान बाबूलाल, जुग्गीलाल, तीरथ सदाशिव, गुड्डू सिंह, रामबली, जगदीश, जय सिंह, दशरथ जायसवाल, कमलेश, गया प्रसाद, सोहनलाल, राम प्रताप, सहित आदि किसानों की सैकड़ो बीघा गेहूं सरसों और आलू की फसल जलमग्न हो गई चारों तरफ पानी ही अपनी नजर आने लगा। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रंजीत प्रताप सिंह जगदीश यादव रोहनिया प्रधान पप्पू यादव सुशील कुमार, सरोज चौरसिया, गुड्डू यादव ने बताया कि पानी रिसाव की जानकारी नहर विभाग के अधिकारियों को दी गई थी परंतु कोई समय से नहीं आया यदि अधिकारी समय से नहर पटरी बनवाने का प्रबंध करवा देते तो सैकड़ो बीघे फसल जलमग्न होने से बच सकती थी और नहर की सफाई न होने के कारण सिल्ट जमी हुई है। जिसके कारण पानी का बहाव और उफान के कारण पटरी कट गई पटरी कटने और नहर विभाग के अधिकारियों के उदासीनता पर ग्रामीणों में काफी आक्रोश दिखा। इसके पूर्व भी पूरे बल्दू गांव के पास बीते 31 जुलाई को नहर की पटरी कट गई थी उस समय भी काफी किसानों का नुकसान हुआ था। सहायक अभियंता गणेश शंकर श्रीवास्तव ने बताया ग्रामीणों द्वारा नहर पटरी काटने की सूचना मिली ब्रांच में पानी को रोक कर पटरी बांध दी गई है। पटरी बांधने में ग्रामीणों का भी सहयोग रहा ।