रायबरेली जिले के लालगंज कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज में लगातार डॉक्टरों द्वारा बाहर की दवाई लिखी जा रही थी। जिसको लेकर सोशल मीडिया और यूट्यूब के दो पत्रकारों ने भ्रष्टाचार में लिप्त डॉक्टर के कारनामों का वीडियो बना लिया। वीडियो बनाते देख डॉक्टरों ने दोनों पत्रकारों को सीएचसी में दौड़ा-दौड़ा कर पीट दिया और जब इससे मन नहीं भरा तो कमरे में ले जाकर जमकर मारा पीटा। जिससे दोनों पत्रकारों को गंभीर चोटें आई है। जिसकी शिकायत कोतवाली लालगंज में पत्रकारों द्वारा की गई है।

जानकारी अनुसार बता दें, कि यहां शुक्रवार को रायबरेली जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज में तैनात डॉक्टर गौरव पांडे द्वारा बाहर की दवाई मरीज को लिखी जा रही थी, जिसको लेकर वह पत्रकार विजय प्रताप सिंह और राम प्रकाश ने डॉ गौरव पांडे की करतूत के वीडियो बना लिए इतने में गुस्साए। डॉक्टर ने अपने स्टाफ के साथ मिलकर दोनों पत्रकारों को बंधक बनाकर बेरहमी से मारा पीटा, जिससे दोनों पत्रकारों को काफी चोटे आई है। पत्रकारों ने लालगंज कोतवाली में पहुंचकर मामले की शिकायत पर लालगंज पुलिस, जांच पड़ताल में जुटी है, पत्रकार विजय प्रताप सिंह ने बताया कि वह अपने साथी राम प्रकाश को सांस की समस्या होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए गए थे, लेकिन वहां काफी भीड़ थी, वह भी लाइन में लगे हुए थे, लेकिन जब पत्रकारों ने देखा कि सभी मरीजों को जो डॉक्टर को दिखा रहे थे, उनको एक छोटी सी पर्ची दी जा रही थी, जो बाहर से दवा लाने के लिए कहा जा रहा है। इन्हीं पर्चियों का वीडियो विजय प्रताप सिंह ने बना लिया, वीडियो बनाते देखा डॉक्टर गौरव पांडे और अन्य डॉक्टर व स्टाफ पत्रकारों पर टूट पड़े और स्टाफ ने मिलकर जमकर मारपीट की। जिसकी शिकायत लालगंज कोतवाली में की गई घायल हुए पत्रकारों ने बताया कि स्थानीय लोगों ने बीच बचाव ना किया होता, तो पत्रकारों की जान भी जा सकती है। फिलहाल अभी तक पुलिस ने इस प्रकरण में कोई बयान जारी नहीं किया है। लेकिन पत्रकारों के साथ हो रही घटनाओं को लेकर जिम्मेदार पदों पर बैठे अधिकारी और कर्मचारी संज्ञान नहीं ले रहे हैं।