महाकुंभ के चलते सड़क हादसों का हब बना लखनऊ प्रयागराज हाईवे
रायबरेली में रोजाना तेज रफ्तार के चलते महाकुंभ से लौटने वाले कोई ना कोई वाहन सवार श्रद्धालु सड़क हादसे का शिकार हो रहे हैं। जिसमें उनकी जान भी जा रही है। सरकारी सड़क सुरक्षा के नियम सिर्फ कागजों पर ही सिमट कर रह जाते हैं। इस बीते 13 जनवरी से लेकर 23 फरवरी तक सैकड़ों सड़क हादसे हो चुके हैं। जिसमें कई लोगों ने अपनी जान तक गवा दी और कुछ लोग घायल भी हुए हैं। सरकार की लाख सुरक्षा व्यवस्था के बाद सड़क हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। चौराहों पर तैनात दारोगा, सिपाही, गार्ड के अलावा और कोई भी पुलिस का अधिकारी नहीं दिखाई देता है यहां 14-14 घंटे गाड़ियों के हार्न की आवाज सुन सुन कर पुलिस कर्मियों के दिमाग चकरा जाते हैं। लेकिन फिर भी जाम का झाम वैसे ही बना रहता है।
जिले के बछरावां थाना क्षेत्र में लखनऊ प्रयागराज हाईवे पर टोल प्लाजा के पास एक इनोवा कार सड़क पार कर रहे वृद्ध को बचाने में अनियंत्रित हो गई । अनियंत्रित कर सड़क किनारे स्थित पेड़ से टकरा गई । हादसे में कार सवार देवी प्रसाद शर्मा पुत्र नत्था लाल शर्मा उम्र लगभग 60 वर्ष निवासी आशियाना लखनऊ, अखिलेश कुमार उपाध्याय पुत्र शीतला प्रसाद उपाध्याय उम्र लगभग 57 वर्ष निवासी निलमथा लखनऊ, अभिषेक शर्मा पुत्र पिता देवी प्रसाद शर्मा उम्र लगभग 25 वर्ष निवासी आशियाना लखनऊ, सर्वजीत तिवारी पुत्र रामबहोर तिवारी उम्र लगभग 63 वर्ष निवासी इंदिरा नगर लखनऊ, हरिद्वार मिश्रा पुत्र राम बुझारस मिश्रा उम्र लगभग 62 वर्ष निवासी निवासी गोरखपुर, शिव शंकर शुक्ला पुत्र मुनिराज शुक्ल उम्र लगभह 63 वर्ष बृजमनगंज जनपद महाराजगंज जनपद, यशवंत सिंह पुत्र सीता प्रकाश सिंह उम्र लगभग 63 वर्ष निवासी आशियाना लखनऊ व सड़क पार कर रहा वृद्ध, रामखेलावन पुत्र मैंकू उम्र लगभग 70 वर्ष निवासी चुरुवा गंभीर रूप से घायल हो गए । सूचना पर पहुंची एंबुलेंस ने घायलों को इलाज के लिए सीएचसी पहुंचाया । जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर देखते हुए रामखेलावन को जिला अस्पताल तो हरिद्वार, शिवशंकर, सर्वजीत तिवारी को ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर किया गया है । घायलों ने बताया कि वह महाकुंभ से स्नान कर वापस घर जा रहे थे । सड़क पार कर रहे वृद्ध को बचाने के चक्कर में कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई है । थानाध्यक्ष पंकज त्यागी ने बताया कि तहरीर मिलने पर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जाएगी ।