रिपोर्ट : शिवा मौर्या
रायबरेली के बेसिक शिक्षा विभाग में लगातार विभिन्न विद्यालयों से शिक्षिकाओं के बीच मारपीट के मामले सामने आ रहे हैं। कारण आपसी मनमुटाव और रंजिश के चलते यहां बच्चों का भविष्य बनाने वाली और सरकारी धन को गटकने वाली महिला शिक्षिकाएं अक्सर लड़ती हुई नजर आती है । यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी कई विद्यालयों से एक दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। ऐसा ही एक और मामला बेसिक शिक्षा विभाग को तार-तार करने का सामने आया है। दअरसलजिले के डलमऊ थाना क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में आए दिन हो रहे विवाद से शिक्षा का माहौल खराब हो रहा है। शिक्षिकाओं के बीच मारपीट एवं गाली गलौज की घटनाएं आम बात हो गई है।स्कूल आने वाले बच्चे अब विद्यालय आने से भी कतरा रहे हैं। अभिभावक अपने बच्चों को विद्यालय भेजने से परहेज कर रहे हैं । क्योंकि यह शिक्षिकाओं के रोजाना के झगड़ों से लोग तंग आ गए हैं। वजह बेसिक शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों के लापरवाही,विकासखंड डलमऊ के प्राथमिक विद्यालय सुरसना में शिक्षिकाओं के बीच आए दिन हो रहे विवाद से शिक्षण व्यवस्था चौपट हो गई है। शिक्षिकाओं के दो गुटों में आए दिन विवाद एवं मारपीट की घटनाओं से शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं पुलिस भी परेशान है । बुधवार को शिक्षिकाओं के बीच हुई मारपीट के बाद गुरुवार को विद्यालय खुलने पर एक बार फिर शिक्षिकाएं आमने-सामने आ गई । शिक्षिका सिद्धि बाजपेई का आरोप है कि विद्यालय की प्रधानाध्यापिका एवं राखी मिश्रा के द्वारा उनके साथ मारपीट की गई जिससे उनके चेहरे पर गंभीर चोटें आई। बुधवार को भी मारपीट की घटना हुई थी गुरुवार को मारपीट के बाद विद्यालय में अफरा तफरी मच गई । अभिभावकों का गेट के बाहर जमावड़ा लग गया। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे लेकिन किसी ने विद्यालय के अंदर जाने की हिम्मत नहीं हुई। अभिभावकों का कहना है कि यदि कोई भी विद्यालय के अंदर अभिभावक जाता है तो शिक्षिका उसे बेइज्जत करके भगा देती है। घटना के बाद डलमऊ पुलिस भी मौके पर पहुंची शिक्षिकाओं को समझाने का प्रयास किया लेकिन विवाद शांत नहीं हुआ। खंड शिक्षा अधिकारी नंदलाल रजक भी मौके पर पहुंचे और शिक्षिकाओं के बयान दर्ज किया। सिद्धि वाजपेई को गंभीर चोट होने के चलते एंबुलेंस से इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डलमऊ पहुंचाया गया जहां से उन्हें रायबरेली रेफर किया गया ।

इसके पहले भी महानिदेशक तक पहुंचा था मामला
दो गुटों की शिक्षिकाओं के बीच मारपीट एवं विवाद का मामला इसके पहले महानिदेशक स्कूल शिक्षा तक भी पहुंचा लेकिन इन शिक्षिकाओं पर कार्रवाई न होने से मामला लगातार बढ़ता जा रहा है जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भी मामले के सुलझाने में नतमस्तक दिख रहे हैं खंड शिक्षा अधिकारी ने आए दिन हो रहे विवाद को लेकर उच्च अधिकारियों को कार्रवाई के लिए संस्तुति की है । लेकिन उच्च अधिकारियों के संरक्षण के चलते आरोपी शिक्षिकाओं पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय में आए दिन विवाद बना रहता है शिक्षिकाओं के लड़ाई झगड़े के चलते बच्चे पढ़ नहीं पा रहे हैं कई अभिभावक तो अपने बच्चों को दूसरे स्कूल भेजने लगे हैं वर्तमान शैक्षिक सत्र में मात्र 16 बच्चे पंजीकृत हैं जिनकी पढ़ाई चौपट हो रही है। खंड शिक्षा अधिकारी नंदलाल रजक ने बताया कि शिक्षिकाओं के बीच कई बार वाद विवाद मारपीट की घटनाओं से संबंधित कार्रवाई के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सूचित किया जा चुका है । आज ही घटना को लेकर उच्च अधिकारियों को सूचित किया जाएगा। उपनिरीक्षक अमित मलिक ने बताया कि विवाद की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचकर शिक्षिकाओं से बातचीत करने का प्रयास किया गया एक दूसरे पर दोष दिया जा रहा है कार्रवाई के लिए अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है।