दोनो आरोपी लंबे समय से फेक ट्रांजेक्शन दिखाकर दूकानदारों से कर रहे थे ठगी
रिपोर्ट : नासिफ खान
थाना परदेसी पूरा पुलिस की सूझ बूझ से दोनों आरोपियों को किया गिरफ्तार। आरोपी विकास पटेल और कमल नयन जिला सतना (मैहर) के निवासी होकर तीन साल से इंदौर में पढाई के बहाने रहकर अपने शौक पूरा करने के लिये लोगों से करते थे ठगी।
धोखा धडी पूर्वक प्राप्त सोने की एक अंगुठी कीमती 46,000/- और घटना में इस्तेमाल दो मोबाइल करीब 100,000/- रूपये कीमती मश्रुका आरोपीयों से बरामद कर अन्म ठगी की घटनाओं के संबंध में पूछताछ जारी है।
पुलिस उपायुक्त झोन 2 हंसराज सिंह, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त झोन – 2 अमरेन्द्रसिंह के द्वारा शहर में धोखाधडी करने, फर्जी ट्रांजेक्शन करने वाले बदमाशों पर रोकथाम लगाने और उन पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिये गये। वरिष्ठ अधिकारीगण के मार्गदर्शन में एसीपी परदेशीपुरा हिमानी मिश्रा, जांबाज निरीक्षक परदेशीपुरा आर० डी० कानवा, द्वारा कार्यवाही की गई।
दिनांक 30/06/2025 को थाना परदेशीपुरा इन्दौर पर शिकायतकर्ता जयेश सोनी निवासी पाटनीपूरा इन्दौर द्वारा शिकायत की गई कि दिनांक 05/06/2025 को श्यामलाल और संस नामक मेरी ज्वैलर्स शॉप पर एक युवक आया। जिसने सोने की अंगुठी कीमती 46,000/- रूपये की खरीदी और उसके मोबाइल से मेरे शॉप के स्कैनर पर स्कैन करके 46,000/- रूपये का ट्रांजेक्शन दिखाया, उसके दिखाये फेक ट्रांजेक्शन पर मैंने विश्वास किया और बिल तैयार कर रहा था तभी वह मेरी शॉप सेचला गया, लेकिन उसके ट्रांजेक्शन से मेरे खाते में कोई रकम नहीं आई। फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना परदेशीपुरा, इन्दौर पर अपराध धारा 318 (4) BNS अंतर्गत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया ।
थाना प्रभारी परदेशीपुरा आर०डी० कानवा द्वारा गठित टीम ने लगातार सीसीटीवी कैमरे चैक किये, तकनिकी मदद ली और अपने सूचना तंत्र के संपर्क में रहकर आरोपी विकास पटेल पिता जमनाप्रसाद पटेल उम्र 23 वर्ष निवासी वार्ड क्रमांक 15 रामनगर जिला सतना को गिरफ्तार किया। जिसने अपने साथी कमल कमलनयन के साथ मिलकर डूप्लीकेट Phone Pay एप्लीकेशन से फेक ट्रांजेक्शन करना बताया। आरोपी कमलनयन पिता शेषमणी बैस उम्र 23 वर्ष निवासी रामनगर जिला सतना को गिरफ्तार किया गया। आरोपीयों के पास आभूषण खरीदने के कई बिल मिले हैं। जिनके बारे में जानकारी एकत्रित की जा रही है। दोनों आरोपी मिलकर फर्जी एप्लीकेशन के माध्यम से फेक ट्रांजेक्शन दिखाकर लोगों से सामान खरीदते थे दोनों आरोपी पुलिस अभिरक्षा में है। जिनसे पूछताछ जारी है और अन्य स्थानों पर की गई घटनाओं का खुलासा होने की संभावना है।
उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी परदेशीपुरा आरुडी० कानवा, प्रधान आरक्षक लक्की चौधरी, आरक्षक मनीष वर्मा, आरक्षक जैवेन्द्र गुर्जर व आरक्षक जितेन्द्र की उल्लेखनीय भूमिका रही है।