पुलिस उत्पीड़न से तंग आकर महिला पहुचीं एसपी की चौखट
रायबरेली में पुलिस अधीक्षक की निष्पक्ष कार्यशैली पर राजघाट चौकी की पुलिस सवालिया निशान खड़ी कर रही है। यहां चौकी की पुलिस पर दबंगों को संरक्षण देने और उनके कहने पर महिला पर उत्पीड़न किए जाने का आरोप लगा है और महिला ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र दिया है।और जांच कर कार्रवाई की मांग की है। सोमवार को कोतवाली नगर क्षेत्र के दरीबा तिराहे के पास की रहने वाली नीरज देवी पत्नी पन्नालाल उर्फ पप्पू निवासी ग्राम दरीबा ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर दिए शिकायती पत्र में बताया कि दरीबा तिराहे के पास के ही रहने वाले विकास सोनकर और संग्राम सोनकर के कहने पर पुलिस उनका उत्पीड़न कर रही है।
महिला ने बताया कि उसके विपक्षी और पड़ोस के ही रहने वाले कुछ लोगों से कुछ दिन पहले मारपीट हो रही थी। जिसमे उसके दोनों बेटे छुड़ाने गए थे। जिसमे शिवम सोनकर व शिवा सोनकर के विरुद्ध विपक्षी संग्राम और विकास ने पुलिस को गलत तरीके से बताकर रजिशन झूठा मुकदमा 333/2025 धारा 191 (2) ,191 (3)115 (2) ,181 (1), 352, 351 (3 ) कोतवाली नगर में दर्ज कर दिया है। जिसमें महिला के दोनों पुत्र द्वारा न्यायालय के समक्ष आत्म समर्पण करते हुए जमानत प्राप्त की गई है। किंतु विपक्षीगणों द्वारा चौकी राजघाट से साठ-गाठ करके उसके व पुत्रों को हैरान व परेशान करने की नीयत से बिना किसी कारण के घंटों चौकी बार-बार बुला कर बैठा लिया जाता है और धमकाते रहते हैं कि तुमने वहां से जमानत प्राप्त कर ली है। लेकिन अब तुम मेरे यहां से भी जमानत प्राप्त करो और जमानत के नाम पर 10000 की डिमांड करते हैं और घर पर जाकर गाली गलौज करते हैं। चाहे व महिलाएं हो या उनकी बेटियां हो उनके सामने गंदी-गंदी गाली देते हैं। पैसा ना देनेपर प्रार्थिनी को धमकी दी है कि जब तक जमानत की प्रक्रिया चौकी से पूरी नहीं करोगी तब तक तुम्हारे पुत्रों को हम बैठाए रहेंगे सोमवार को भी पुलिस ने पुनः चौकी में महिला के पुत्रों को बुलाया’ गया है और धमकी दी गई है कि अगर चौकी में उपस्थित नहीं होंगे तो हम तुम्हें उठा लेंगे महिला ने एसपी को दिए शिकायती पत्र में जांच कर कार्रवाई किए जाने की मांग की है। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी नगर अमित सिंह ने बताया है कि, मारपीट की घटना में महिला के बेटे ईद पत्थर चला रहे थे। जिसको लेकर पुलिस ने करवाई की है। उत्पीड़न किए जाने जैसी कोई बात सामने नहीं आई।