सतबरवा: रविवार को प्रत्येक वर्ष 11 – 12 फरवरी को सदर प्रखंड के दुबियाखाड़ में लगनेवाले राजकीय आदिवासी महाकुंभ मेले का उद्घाटन पूर्वमंत्री मिथिलेश ठाकुर,मनिका विधायक रामचंद्र सिंह,पलामू उपायुक्त डॉ शशिरंजन तथा जीरो जनजातीय परिषद के अध्यक्ष हरिराम सिंह चेरो ने दीप प्रज्वलित करके संयुक्त रूप से किया।इससे पूर्व अतिथियों ने मेदिनी चौक स्थित महाराजा मेदिनिराय के प्रतिमा का माल्यार्पण किया।
बताते चलें की इस मेले का प्रारंभ 1991 में झारखंड के प्रथम विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी के सहयोग से किया गया था तब से प्रतिवर्ष यह मेला लगते आ रहा है।
लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि पूर्व की किसी भी सरकार ने आदिवासियों की भावना को नही समझा हमने पलामू के गौरव महापुरुष महाराजा मेदिनिराय की याद में लगने वाले इस मेले को राजकीय मेले का दर्जा दिलाया।उन्होंने कहा की केंद्र की सरकार ने एक निर्दोष आदिवासी के बेटे को झूठे मामले में फंसाकर जेल में डाला है।झारखंड की सारी जमीन आदिवासियों की है।आदिवासियों को यह समझना चाहिए की उनका हितैषी कौन है।जल्द ही मेदिनीनगर के शिवाजी मैदान में महाराजा मेदिनिराय की प्रतिमा लगाई जाएगी ।वहीं मनिका विधायक रामचंद्र सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस मेले को राजकीय मेले का दर्जा दिया इसके लिए आदिवासी समाज हमेशा उनका आभारी रहेगा।
मेले में हजारों लोगों ने भाग लिया वहीं दूर दूर से आए कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।मेले में कई जोड़ों का सामूहिक विवाह भी करवाया गया जिसमे कन्यादान मिथिलेश ठाकुर ने किया साथ ही नव विवाहित वर- वधु को उपहार व आशीर्वाद दिया।
पलामू उपविका आयुक्त,प्रशिक्षु आईएएस रवि कुमार,अध्यक्ष अर्जुन सिंह,हृदय सिंह,जिलापरिषद अध्यक्ष,अवधेश सिंह चेरो सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।