रायबरेली में पुलिस को सरेआम चौराहे पर तैनाती के दौरान धमकी देने का सामने आया है। यहां होली के दिन 35 मार्च को जिन वर्दीधारियों पर हुड़दंगबाजी करने वालों को कंट्रोल करने की जिमेदारी थी। वे खुद ही हुड़दंगियों के शिकार हो गए। आरोप है कि दो बाइक सवारों ने पुलिस कर्मियों से बदतमीजी करते हुए मारपीट की, वर्दी भी फाड़ डाली, साथ ही पुलिसकर्मियों के मोबाइल को भी तोड़ डाला। पुलिस में अपने विभाग के उप निरीक्षक की तहरीर पर दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मामला बछरावा थाना क्षेत्र के पूरब गांव स्थित पुलिया का है।
बछरावां थाने में तैनात महेंद्र सिंह ने तहरीर दी है। होली पर्व पर शांति व्यवस्था कायम रखने लिए ड्यूटी पर तैनात थे। उनके साथ हेड कांस्टेबल विजय कृष्ण यादव आरक्षी आशीष यादव, संत राज यादव, अमित मौर्या, अमित सोलंकी के साथ ग्राम सेंहगों पूरब में नहर पुलिया पर वाहन चेकिंग कर रहे थे। तभी मोटरसाइकिल से दो व्यक्ति अमर सिंह पुत्र शंभू दयाल व अरविंद पुत्र कल्लू निवासी सैहँगो तेज गति से बिना हेलमेट लगाए चले आ रहे थे। जब हमने उन्हें रोका तो अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए चेकिंग कराने से मना करने लगे। उनमें से अमर सिंह ने गाली गलौज करते हुए कहा कि आज त्यौहार के दिन भी तुम चेकिंग लगाए हो। हम तुम लोगों को चेकिंग नहीं करने देंगे। इसके बाद इन्होंने आरक्षी संत राज यादव द्वारा मोबाइल से वीडियो बनाए जाने को रोका और झटके से छीन कर पटक दिया। इससे मोबाइल टूट गया। उसके बाद आरक्षित संतराम यादव की वर्दी फाड़ कर धमकी देने लगे कि अपने गांव वालों को लेकर आते हैं और जान से मारने की धमकी देने लगे। आरक्षी आशीष यादव व आरक्षी संतराम ने उन्हें ऐसा करने से रोका तो उन दोनों ने धक्का देकर दोनों को गिरा दिया । जिससे वह चोटिल हो गए। इन लोगों ने गांव वालों को बुला लिया और पुलिस वाले को धमकाते हुए भाग गए। दोनों व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की तहरीर दी गई। जिसके बाद पुलिस द्वारा इस मामले में सम्बंधित धाराओं के तहत आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
उपरोक्त घटना से एक बड़ा सवाल उठता है कि क्या आधा दर्जन पुलिस कर्मियों के सामने दो मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति ऐसी हिमाकत कर सकते हैं ? और क्या पुलिस का इकबाल खत्म होता जा रहा है ? फिलहाल इस मामले में दूसरे पक्ष का कोई बयान अभी आया नहीं है।