गिरिडीह : आज समाहरणालय सभागार में उप विकास आयुक्त स्मृता कुमारी की अध्यक्षता में “बेटी बचाओ-बेटी पढाओं” अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उप विकास आयुक्त, स्मृता कुमारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी स्नेह कश्यप, बाल संरक्षण पदाधिकारी जीतु कुमार, विधि-सह-प्रोबेशन पदाधिकारी, अहमद अली, बचपन बचाओ के जिला समन्वयक अंजली, यूनिसेफ से’ मेरी टुड्डू, जिला बाल संरक्षण इकाई की काउंसलर नीलम कुमारी, सामाजिक कार्यकर्ता, रविन्द्र कुमार व अर्चना कुमारी समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में उत्क्रमित उच्च विद्यालय महेशलुंडी के वर्ग 09वीं तथा 10वीं के छात्राओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन उप विकास आयुक्त स्मृता कुमारी ने किया, उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि बालक एवं बालिकाओं का जन्मदर अनुपात को समान करना है। कन्या भ्रूण हत्या को रोका जाना है। इस अभियान के कुरीतियों को दूर किया जाना है। उन्होंने बाल विवाह रोकने के लिए शपथ भी दिलायी।
कार्यक्रम में चर्चा करते हुए जिला समाज कल्याण पदाधिकारी स्नेह कश्यप ने इस अभियान के मुख्य उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कहा कि 22 जनवरी 2015 से इस अभियान की शुरुआत माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरियाणा के पानीपत से किया। आज यह पुरे भारत में चल रहा है। आज भी गिरिडीह में बालिकाओं की संख्या कम है, इसे अनुपात में लाना है।

वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मेरी टुड्डू ने कहा कि कम उम्र में लड़कियों की शादी करने से होने वाली शारीरिक खतरों के बारे में विस्तृत चर्चा की।
इस कार्यक्रम में बाल संरक्षण पदाधिकारी जीत कुमार ने बच्चों के उनके अधिकारों के बारे में बताया, उन्होंने बताया कि बच्चों के लिए चार मुख्य अधिकार 1. जीने का अधिकार 2. विकास का अधिकार 3. सुरक्षा का अधिकार तथा 4. सहभागिता का अधिकार मिला है।