रोजमर्रा की सब्जियों में इस्तेमाल होने वाले आलू में भी अखाद्य रंग मिलाकर बाजार में धड़ल्ले से बेचा जा रहा था आज प्रदेश भर में एक साथ आलू के कारोबारी के ठिकाने पर छापेमारी की गई।
जिसको लेकर गोरखपुर में सहायक आयुक्त खाद्य डॉ सुधीर कुमार सिंह ने व्यापारियों को चेताया था कि बाजार में अगर इसकी बिक्री करते पाया गया, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी, व्यापारियों को समझाने के बाद भी बाजार में लाल आलू आने की सूचना पर रविवार को सहायक आयुक्त खाद्य डॉ. सुधीर कुमार के नेतृत्व में टीम ने महेवा स्थित नवीन गल्ला मंडी में छापेमारी की कार्रवाई की गई तो मंडी से दो ट्रक आलू को जप्त किया गया है और नमूने प्रयोगशाला हेतु जांच के लिए भेजा गया है।

सहायक आयुक्त खाद्य डॉक्टर सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि विभाग को सूचना मिल रहा था कि महेवा नवीन गल्ला मंडी में बाहर से बड़े पैमाने पर लाल आलू आ रहा है इसको लेकर आज छापेमारी की गई तो दो ट्रक लाल आलू को जब्त किया गया और नमूने संग्रहित का प्रयोगशाला हेतु जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी यह आलू तमिलनाडु के वेल्लोर और उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद उन्नाव कन्नौज बाराबंकी से मनाया जा रहा था।
आलू में मिले जाने वाला लाल रंग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है लाल चमकदार आलू हाथ से छूने पर भी रंग छोड़ता है इसके इस्तेमाल करने से त्वचा लीवर और किडनी को भी नुकसान पहुंचता है अखाद्य रंग का इस्तेमाल कर सफेद आलू को लाल कर दिया जाता है और बाजार में अच्छे दामों पर बिक्री करके कारोबारी मुनाफा कमा रहे हैं।