मेरठ: सूरजकुंड पार्क विजयदशमी मेले में ठेला विवाद से दो पार्षदों के बीच मारपीट, पुलिस ने चार को हिरासत में लिया

उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में सूरजकुंड पार्क के विजयदशमी मेले में ठेला लगवाने को लेकर दो पार्षदों के बीच झड़प हो गई, जो की मारपीट तक पहुंच गई।

मेरठ के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के सूरजकुंड पार्क पर एक ठेला लगवाने को लेकर दो पार्षद आमने-सामने आ गए। अचानक उनके समर्थकों में लात -घूंसे चलने लगे। इसकी सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और एक पार्षद समय चार लोगों को हिरासत में ले लिया।

सूरजकुंड पार्क में विजयदशमी का बड़ा मेला लगता है। हर वर्ष यहां लगने वाले ठेलों को लेकर खींचतान होती है। इस बार एक नया विवाद खड़ा हो गया। यहां सोडे के एक ठेले को लेकर पार्षद उत्तम सैनी और पार्षद सुमित शर्मा आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के लोग आपस में भिड़ गए। जिस समय ये मामला हुआ उसे समय एसएसपी राउंड पर थे। सिविल लाइन पुलिस आनन-फानन में मौके पर पहुंची और चार लोगों को हिरासत में ले लिया।

हंगामे की सूचना पर सिविल लाइन इंस्पेक्टर सौरभ शुक्ला फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। इंस्पेक्टर की वहां मौजूद पार्षद उत्तम सैनी से झड़प हो गई। अभद्रता बढ़ते देख इंस्पेक्टर ने फोर्स की मदद से चार लोगों को पकड़ लिया । जिनमे पार्षद उत्तम सैनी भी थे। आरोप है कि पुलिस पार्षद व उसके समर्थकों को पीटते हुए गाड़ी में ले आई।

जिस ठेले को लगाने को लेकर विवाद हुआ है वो दिव्यांग युवक सुफियान का है। पार्षद सुमित शर्मा ने बताया कि वो पिछले 15 साल से यहां अपना ठेला लगा रहा है। अब मेला लग रहा था तो दूसरे वार्ड के पार्षद उत्तम सैनी ने इसका विरोध किया। जबकि वो इलाका उनके वार्ड का हिस्सा है। उन्होंने पार्षद को समझाने का प्रयास किया तो वह अभद्रता पर उतर आए।

पार्षद उत्तम सैनी को हिरासत में लेने की सूचना पर काफी संख्या में कार्यकर्ता सिविल लाइन थाने पहुंच गए और उन्होंने हंगामा कर दिया। पार्षद के साथ अभद्रता करने को लेकर इंस्पेक्टर सौरभ शुक्ला से नोकझोंक करने लगे। उन्होंने कार्यालय में घुसकर पार्षद को जबरन पुलिस हिरासत से मुक्त करने का प्रयास किया लेकिन फोर्स पहुंच गई और समर्थकों को बाहर खदेड दिया।

उत्तम सैनी पक्ष के लोगो के थाने पहुंचने के कुछ देर बाद ही पार्षद सुमित शर्मा भी अपने समर्थकों के साथ सिविल लाइन थाने पहुंच गए। उन्होंने उत्तम सैनी पर गंभीर आरोप लगा दिए। सुमित ने कहा कि उत्तम सैनी लंबे समय से क्षेत्र के दुकानदारों को ब्लैकमेल करते आ रहे हैं। दिव्यांग सुफियान को भी ब्लैकमेल किया जा रहा था लेकिन उन्होंने विरोध किया। वो सुफियान के ठेले में आग लगाने की धमकी दे रहे थे। इसी को लेकर विवाद शुरू हुआ और उत्तम सैनी के समर्थकों ने मारपीट शुरू कर दी।

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