सतबरवा (पलामू) : सतबरवा प्रखंड के खामडीह गांव के दर्जनों रैयत रविवार को पलामू लोकसभा सांसद विष्णु दयाल राम से उनके आवास पर मिले और पूर्णाडीह और रूपौधा में रेस्ट एरिया निर्माण के लिए हो रहे भूमि अधिग्रहण को रद्द करने की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि यह उनकी पुश्तैनी जमीन है, जिस पर उनकी आजीविका निर्भर है। बिना सहमति भूमि अधिग्रहण न सिर्फ अन्याय है, बल्कि भविष्य को अंधकार में धकेलने जैसा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एनएच 39 के अलावे रैयतों की लगभग 5 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। यहां के रैयत आजीविका के लिए इसी भूमि पर आश्रित हैं। यहां फसल उत्पादन कर वे अपनी जीविकोपार्जन करते हैं। रैयतों ने अपनी भूमि देने से इनकार करते हुए प्रक्रिया को निरस्त करने की गुहार लगाई है। सांसद विष्णु दयाल राम ने ग्रामीणों की बातों को गंभीरता से लिया और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के वरीय अधिकारियों से त्वरित बातचीत की। उन्होंने रांची स्थित NHAI के डीएम से भी बात कर निष्पक्ष समाधान की मांग की।सांसद ने कहा कि किसान अन्नदाता हैं, उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। हर संभव प्रयास करूँगा कि उन्हें न्याय मिले। रैयतों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे शांतिपूर्ण आंदोलन शुरू करेंगे। उनका कहना है कि यह सिर्फ जमीन नहीं, उनके जीवन और अस्तित्व का सवाल है। प्रतिनिधिमंडल में समाजसेवी आशीष सिन्हा भी शामिल रहे, जिन्होंने ग्रामीणों की मांग का समर्थन करते हुए प्रशासन से संवेदनशीलता दिखाने की अपील की। इस प्रतिनिधिमंडल में विष्णु साव, राजबली यादव, किशोर साव, सोनू कुमार, अनुज कुमार, मदन साव, मुनेश्वर साव सहित दर्जनों रैयत शामिल थे।