कई घंटे आवागमन रहा बाधित, अस्पताल पर कठोर कार्यवाही की मांग पर अड़े परिजन
बछरावा : लगातार क्षेत्र के लोगों में आर चौधरी हॉस्पिटल के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। परिजनों ने हंगामे के साथ हाईवे पर शव रखकर कई घंटे आवागमन बाधित कर दिया। बृहस्पतिवार दोपहर 12:00 बजे से 3:00 तक हंगामा कटता रहा। घटनाक्रम के अनुसार कस्बे में स्थित आर के चौधरी अस्पताल में बल्दीखेड़ा मजरे जीगों गांव की रहने वाली निशा उम्र 25 पुत्री नन्हा की इलाज व प्रसव के बाद मौत हो गई। यह पिछले 15 दिनों में उक्त अस्पताल में दूसरी प्रसूता की मौत का मामला है। मृतका के भाई संतोष ने बताया कि बुधवार के दिन वह अपनी बहन की डिलीवरी के लिए आर चौधरी हॉस्पिटल बछरावा पहुंचे, जहां शाम को उसकी नॉर्मल डिलीवरी कर दी गई। वहीं नवजात शिशु की हालत को गंभीर बताते हुए अस्पताल स्टाफ के द्वारा उसे संजीवनी हॉस्पिटल मोहनलालगंज इलाज के लिए रेफर कर दिया गया था। वहीं देर रात्रि अस्पताल संचालक द्वारा महिला की भी हालत गंभीर होने का हवाला देते हुए उसे भी संजीवनी हॉस्पिटल मोहनलालगंज रेफर किया गया। जहां पहुंचने के पश्चात परीक्षण के दौरान चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया है। वहीं अब नवजात शिशु का इलाज जारी है। गुस्साए परिजन शव अस्पताल के सामने लखनऊ प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग पर रखकर हंगामा काटते हुए अस्पताल को बंद करने व डॉक्टरों एवं संचालक पर कार्यवाही करने की मांग पर अड़े रहे। जिससे लगभग 40 मिनट तक हाईवे का आवागमन बाधित रहा। मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी प्रदीप कुमार व बछरावा कोतवाल राजीव सिंह ने परिजनों को समझा बुझाकर आवागमन को शुरू कराया।
ज्ञात हो कि लगभग 15 दिन पूर्व शिवगढ़ थाना क्षेत्र के अलोलापुर तौली गांव के रहने वाली प्रसूता ममता उम्र 23 वर्ष पत्नी आशीष को इसी अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था, जिसके ऑपरेशन होने के बाद हालत गंभीर होने का हवाला देते हुए उसे भी हॉस्पिटल से रेफर कर दिया गया था। जिसकी लखनऊ के क्वीन मेरी अस्पताल में मौत हो गई थी। जिससे पश्चात हंगामा बढ़ता देख पुलिस के आश्वासन पर परिजनों ने थाने में तहरीर देकर मुकदमा पंजीकृत कराया था। उक्त मामले में हंगामा लगातार चला रहा। खबर लिखे जाने तक परिजन अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे। आक्रोशित परिजनों व पुलिस के बीच झड़प भी देखने को मिली। इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी महाराजगंज प्रदीप कुमार ने बताया कि उक्त मामले में परिजनों से बातचीत की जा रही है, तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया जा रहा है। लगभग 15 दिन पूर्व इसी अस्पताल में हुई घटना का मुकदमा स्थानीय थाने में दर्ज है, उसमें जांच चल रही है। फिलहाल कानून व्यवस्था बिगड़ने संबंधी कोई हालात नहीं है। परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर उचित एवं विधिक कार्यवाही की जाएगी। फिलहाल क्षेत्रीय लोगों में उक्त आर चौधरी हॉस्पिटल के संचालक एवं स्टाफ के ऊपर गहरा आक्रोश व्याप्त है। सभी इस अस्पताल के ऊपर कठोर से कठोर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। अब देखने वाली यह होगी कि जनपद के तेज तर्रार मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नवीन चंद्रा उक्त अस्पताल के ऊपर क्या कार्यवाही करते हुए नजर आते हैं?