झारखंड में संवेदनशील राजनीति की आवश्यकता है, इसलिए सुशासन दल झारखंड में समस्याओं के समाधान की राजनीति करने के लिए उतर चुकी है। और इस सुशासन दल के माध्यम से समाधान की राजनीति पर बल देना ही हमारा उद्देश्य है। उक्त बातें सुशासन दल के प्रदेश अध्यक्ष रामकिंकर पांडेय ने गोमिया में पत्रकारों से कही है। उन्होंने कहा है कि बीते 24 वर्षो में भाजपा, कॉंग्रेस, झामुमों और आजसू के लोगो को झारखंड में भरपूर सत्तासुख मिला है, इसके बावजूद यहां न तो पलायन रुका है, और न ही निवेश का वातावरण बना है। झारखंड के युवा इतने हताश हो गए हैं कि उन्हें कोई भी अपनी व्यक्तिगत राजनीति चमकाने के लिए हांक कर ले जाता है। जिससे युवाओं में हताशा की स्थिति बन गई है। युवा पलायन का दंश झेल रहे हैं। बोकारो स्थित सेल में नौकरियां घट गई है। गिरिडीह में अभ्रक खदान बंद हो गए हैं। कोलियरियों में आउटसोर्सिंग की जा रही है। केंद्र और राज्य की सरकार इनकी सुध लेने की बजाय आंख बंद कर सोने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हम सुशासन दल के माध्यम से जाति धर्म की राजनीति से ऊपर उठकर झारखंड को औद्योगिक राज्य, आईटी हब और उच्च शिक्षा का केंद्र बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम लोकसभा चुनाव लड़ना नही चाहते हैं, लेकिन जो दल जाति धर्म और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर एक बेहतर झारखंड बनाने का प्रयास करेगी, हमारा समर्थन उस दल के साथ अवश्य होगा। इस अवसर पर कुलदीप प्रजापति, मिथुन चंद्रवंशी, नारायण स्वर्णकार सहित अनेकों पदाधिकारी उपस्थित थे।