रिपोर्ट : अविनाश कुमार
कस्तूरबा श्री विद्यानिकेतन ढोरी, बोकारो के वंदना कक्षा में विद्यालय की अर्द्धर्वार्षिक परीक्षा फल वितरण के कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के माननीय सचिव धीरज कुमार पांडे, प्रधानाचार्य रणसुमन सिंह एवं अभिभावक महोदय ने विद्यालय के परंपरा के अनुसार द्वीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर परीक्षा प्रभारी कुमार गौरव ने सभी को संबोधित करते हुए विधिवत रूप से परीक्षा परिणाम की घोषणा की एवं परीक्षा के वास्तविक मूल्य एवं महत्व पर व्यापक प्रकाश डालते हुए कहा कि छात्र जीवन में परीक्षा मात्र मूल्यांकन के लिए होता है कि आप कितनी चीज को सीखें है। परीक्षाओं के प्राप्तांक दर्शाते हैं कि किसी छात्र ने कितना सीखा है; उसने कितना प्रयास किया है। कस्तूरबा विद्यालय के सचिव धीरज कुमार पांडे ने कहा कि माता-पिता को चाहिए कि वह अपने बच्चों को अधिकतम अंकों की प्रतिस्पर्धा में दूसरे की तुलना में कोसे नहीं बल्कि स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए बच्चे तैयार रहे। परीक्षा का परिणाम ही आपके उज्जवल भविष्य की एक सीढ़ी का कार्य करती है। आधुनिक युग में पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से परीक्षा देना पड़ता है। आज के युग में उच्च अंक प्राप्त करना ही उज्जवल भविष्य की गारंटी है। प्रधानाचार्य रणसुमन सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा प्राप्त करने के बाद परीक्षा देना अति आवश्यक है। इससे विद्यार्थियों की ज्ञान का मूल्यांकन किया जा सकता है। परीक्षा में सफलता एवं असफलता आपके कार्यों के ही अनुरूप होती है। समाज, शिक्षक एवं विद्यार्थियों के दायित्व पर प्रधानाचार्य ने प्रकाश डाला.प्रत्येक कक्षा में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले भैया बहनों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर विद्यालय के आचार्य जी /दीदीजी राजेंद्र पाण्डेय संजू ठाकुर, प्रदीप कुमार महतो, मंतोष प्रसाद, शैलबाला कुमारी, ऋषिकेश तिवारी, दीपक कुमार, प्रीति प्रेरणा, विभा सिंह, राहुल कुमार, जीतेन्द्र यादव, सुषमा कुमारी, वीणा कुमारी, शिवपूजन सोनी, देवाशीष ओझा, सीमा कुमारी, नंदनी कुमारी, अनीता कुमारी एवं शैलेंद्र कुमार सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित थे।