रिपोर्ट : अविनाश कुमार
आदि कुड़मी युवा शक्ति बांधडीह की ओर से जाहेरथान स्थित मैदान में मंगलवार को सोहराय (वंदना) परब महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत झारखंड के पुरोधा विनोद बिहारी महतो, रघुनाथ महतो, शहीद निर्मल महतो, शक्ति नाथ महतो, सुदन महतो के चित्र पर आगंतुक अतिथियों द्वारा माल्यार्पण व पुष्पार्चन कर किया। कसमार के राड़ कुड़मालि झूमर दहंगि की मानुदेव गुलियार झूमर टीम के कलाकारों ने गीत एवं पाता नृत्य के माध्यम से कुड़मी समाज के नेगाचारी और सभ्यता संस्कृति को दर्शाया। टीम के सदस्यों ने कुड़मी समाज के सोहराय, करमा, टुसू आदि परबो के गीत गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। महोत्सव में अतिथियों ने सोहराय वंदना परब पर चर्चा करते हुए कहा कि सोहराय हमें बताता है कि केवल हम ही नहीं बल्कि पेड़ पौधे और प्रकृति के साथ साथ पशु जो हमारे जीवन का अभिन्न अंग है उन्हें भी जीने का अधिकार है। इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन से समाज की संस्कृति को न सिर्फ बचा रहे हैं बल्कि मजबूत भी कर रहे हैं। अपने समाज की संस्कृति सभ्यता एवं परब त्योहार को सहेजने में युवा शक्ति को आगे आना होगा तभी हमारे समाज की उत्थान एवं विकास हो सकता है। कार्यक्रम को सफल बनाने में आदि कुड़मी युवा शक्ति बांधडीह के पदाधिकारियों व सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा।