रिपोर्ट : बंश बहादुर सिंह
रायबरेली मे प्राइवेट टैक्सी धड़ल्ले से हो रही संचालित सरकार के राजस्व को प्राइवेट टैक्सी लगा रही है चुना। लालगंज से ले कर रायबरेली तक ऊंचाहार से लेके रायबरेली तक सारस होटल से लेके लखनऊ तक और ऐसी भी अन्य जगह जहां पर धड़ल्ले से प्राइवेट टैक्सी मानक विहीन तरीके से सुचारु रुप से प्रतिदिन सरकार के राजस्व को चूना लगा रही है। आए दिन लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं, इसका मुख्य कारण प्राइवेट टैक्सी। क्योंकि ओवर लोडिंग के चक्कर मे और जल्दी पहुंचने की जद्दोजहद होती रहती है। जिससे वह अपना संतुलन खो देने पर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। निमंत्रण जिनका मानक 9 लोगों तक ही सीमित है बैठाने का। लेकिन कमाने की जद्दोजहद में 20 से 15 लोग बैठा लिया करते, जिससे उनका संतुलन बिगड़ता जाता है और दुर्घटना को निमंत्रण दिया करते है। हाल के दिनों में ARTO विभाग द्वारा छोटी मोटी गाड़ियों का चालान किया गया, जिनमें से मुख्यता ईरिक्शा थे। लेकिन ARTO विभाग प्राइवेट टैक्सी पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। जिससे वे धड़ल्ले से रोड पर संचालित हो रहे हैं। आखिर विभाग द्वारा इन पर कब होगी कार्यवाही। प्राइवेट टैक्सी के अलावा बड़ी-बड़ी बसे भी संचालित हो रही है और ओवर लोडिंग तरीके से दिन प्रतिदिन संचालित होती है। इन पर कोई कार्यवाही ना होने पर उनके मनोबल दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। मानक के विहीन यात्रियों को बैठाकर सुचारु रुप से संचालित हो रहे हैं। आखिर इन पर ARTO विभाग कब करेंगे कार्यवाही?