बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मेडिकल रिसर्च यूनिट (एमआरयू) की गतिविधियों को तेज करने की योजना बनाई जा रही है। इस यूनिट की स्थापना मेडिकल कॉलेज में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए की गई थी और अब इसे सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में स्थानांतरित किया जाएगा। इसके अलावा, 500 बेड वाले बाल रोग संस्थान में भी एमआरयू के संचालन के लिए कुछ स्थान रिजर्व करने का निर्णय लिया गया है।
करीब ढाई साल पहले स्थापित की गई इस यूनिट का मुख्य उद्देश्य मेडिकल कॉलेज में रिसर्च की गुणवत्ता को बेहतर बनाना है। आईसीएमआर ने पूर्वी यूपी में मेडिकल कॉलेजों और एम्स में मेडिकल रिसर्च यूनिट की स्थापना को मंजूरी दी थी, जिसमें एम्स की यूनिट पूरी तरह से क्रियाशील हो गई है।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एमआरयू को वर्तमान में प्रशासनिक भवन में दो कमरे मिले हैं, लेकिन इसे लेकर स्थिति अभी संतोषजनक नहीं है। मेडिकल कॉलेज के शिक्षक बताते हैं कि पहले इस सेंटर का संचालन मुश्किलों से हो रहा था और कोई खास उत्साह नहीं था।
हालांकि, मेडिकल कॉलेज के वर्तमान प्राचार्य डॉ. रामकुमार जायसवाल ने इस यूनिट के संचालन को अपनी प्राथमिकता में शामिल किया है। यूनिट का नोडल अधिकारी मेडिसिन विभाग के डॉ. राजकिशोर सिंह को बनाया गया है। इस कदम से उम्मीद है कि एमआरयू की गतिविधियों में तेजी आएगी और मेडिकल रिसर्च के क्षेत्र में बीआरडी मेडिकल कॉलेज की स्थिति बेहतर होगी।