- 30 वर्षों से जर्जर सड़क का नहीं हो पाया निर्माण, तो ग्रामीणों ने किया था मतदान का बहिष्कार
ब्यूरो रिपोर्ट शिवा मौर्य
रायबरेली में जिन दावों और वादों को लेकर नेता जनता के बीच उतरकर वोट मांगते हैं उसी को लेकर जिले का सबसे ज्वलंत मुद्दा अभी भी बरकरार है। चुनाव जीत जाने के बाद,यहां के ग्रामीणों से किया गया वादा,जिले के सांसद राहुल गांधी भूले हुए हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान ग्रामीणों से किया वादा सांसद राहुल गांधी भूल गए हैं। जिस जर्जर सड़क को लेकर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार और सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। कहा रोड नहीं तो वोट नहीं इसी को लेकर पूरा दिन ग्रामीण धरना प्रदर्शन करते रहे और मतदान बाधित रहा जिसको लेकर जिले के मतदान अधिकारियों के लापरवाही कहें या उदासीनता कहें, की चुनाव आते ही मतदान जागरूकता अभियान के नाम पर ढिंढोरा पीटने वाले अधिकारी भी ग्रामीणों की मांगे अनसुनी कर दिए तो, मतदान बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन किया गया था। मतदान स्थल पर पहुंचे जिले के सांसद राहुल गांधी द्वारा एक माह के अंदर सड़क बनवाने का ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया था। लेकिन अभी तक सड़क ना बन पाने को लेकर, ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। आपको बता दे कि आज दिनांक 12 जनवरी 2025 दिन रविवार को स्थानीय ग्रामीणों के साथ पहुंचे भाजपा नेता राज नारायण मौर्य ने बताया कि, सदर तहसील के अमावां ब्लॉक के मैनपुर गांव में लोकसभा चुनाव को लेकर यहां 20 मई 2024 को मैनपुर गांव की वर्षों से जर्जर सड़क ना बन पाने को लेकर मतदान बहिष्कार किया गया था। पूरा दिन यहां मतदान बहिष्कार रहा।जिसके चलते उप जिलाधिकारी समेत कई राजनेता विभिन्न पार्टी के पहुंचे थे, फिर भी ग्रामीणों को आश्वासित नहीं कर पाए, वहीं मतदान बहिष्कार की जानकारी मिलते ही जिले के सांसद राहुल गांधी भी अपने काफिले के साथ मतदान स्थल पर पहुंचे थे।और ग्रामीणों को समझा बुझाकर कहा था,कि आप लोग मतदान करिए एक माह बाद यहां पर पक्की सड़क का निर्माण करवाया जाएगा।

उसके बाद यहां पर मतदान शुरू हुआ था। लेकिन जिले के सांसद राहुल गांधी के आश्वासन के बाद भी रोड जैसी की तैसी है और अभी तक रोड नहीं बन पाई है। मैनपुर गांव के रहने वाले कौशल मिश्रा ने बताया कि यह सड़क करीब 30 वर्षों से खराब है। जिसकी वजह से आने-जाने के लिए लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। रात के अंधेरे में इस सड़क में कई बार हादसे से भी हो चुके हैं। जिसमें लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।लेकिन अभी तक ना केंद्र न राज्य सरकार न ही जिले के सांसद, विधायक ने इस रोड बनवाने के लिए कोई रुख किया है। जबकि कई जगहों पर रोड बनवाने के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया गया है। जिले के सांसद राहुल गांधी के आश्वासन के बाद भी सड़क ना बन पाने को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है । ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क दो हाईवे के बीच पड़ने वाला मुख्य मार्ग है, जिससे सैकड़ो गांव के लोग इस रास्ते से आते जाते हैं। ग्रामीणों ने कहा है कि एक बार वह नेताओं की बातों में फंसकर ठगी का शिकार हुए हैं।