ब्यूरो रिपोर्ट : शिवा मौर्य
रायबरेली जिले की कोतवाली नगर के कोतवाल राजेश सिंह व उनकी पुलिस टीम ने शनिवार को 3 करोड रुपए के घोटालेबाज चिट फंड कंपनी चलाने वाले महाप्रबंधक को राना नगर के पास से गिरफ्तार कर लिया है। बाकी फरार सदस्यों की तलाश की जा रही है।
जिले में पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह के निर्देशन में चलाए जा रहे अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध कृत कार्रवाई के अंतर्गत 25 जनवरी दिन शनिवार को शहर कोतवाल राजेश सिंह व उनकी टीम ने कोतवाली नगर पर करोड़ों रुपए के घोटाला करने के मामले में एक मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसमें यस भारती कंपनी के फरार वांछित अभियुक्त को थानक्षेत्र के राना नगर के पास से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त दुष्यंत शुक्ला पुत्र मृत्युंजय कुमार शुक्ला निवासी साकेत नगर थाना कोतवाली नगर थानाक्षेत्र में ही एक चिट फंड नामक कंपनी यश भारती चलता था। जिसमे कंपनी के महाप्रबंधक दुष्यंत शुक्ला पर कंपनी में अवैतनिक रूप से काम करने वाले एजेंटों व कंपनी में पैसा जमा करने वाले ग्राहकों ने करोड़ों रुपए की की धोखाधड़ी का मुकदमा थाना कोतवाली नगर में दर्ज कराया था, जो काफी दिनों से फरार चल रहा था।
क्षेत्राधिकारी नगर अमित सिंह के बयान देते हुए बताया कि 16 अक्टूबर 2024 को गिरफ्तार अभियुक्त पर कंपनी में ही काम करने वाले हरीश तिवारी पुत्र पवन कुमार तिवारी सहित अन्य लोगों ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। शिकायतकर्ता नहीं बताया कि उसका खाता यश भारती ग्रामीण एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड में प्रतिदिन जमा योजना के तहत पिछले कई वर्षों से चल रहा था। लेकिन अचानक दिनांक 11.10.2024 को कलेक्शन होल्डर द्वारा बताया गया की कंपनी भाग गई है। आप लोग कंपनी मैनेजर दुष्यंत शुक्ला से मिल लें। शिकायत करता हुआ अन्य खाता धारकों के साथ मैनेजर उपरोक्तों से मिलने कंपनी के पते साकेत नगर पर पहुंचे तो पता चला कि वह एक सप्ताह से फरार चल रहा है। पुलिस ने प्राप्त तहरीर के आधार पर अभियुक्त दुष्यंत शुक्ला को,थाना कोतवाली नगर पर लाकर अभियोग पंजीकृत करते हुए न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
पुलिस पूछताछ में घोटालेबाज दुष्यंत शुक्ला ने बताया कि सन 2016 में यश भारती नामक कंपनी को खोला था। जिसमें डेली डिपाजिट आर डी एफ डी में रुपए जमा करता था और वह लोगों को भी लोन देता था। जब आरोपी दुष्यंत को पता चला कि लोगों ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत कराया है, तो वह कंपनी के करीब 3 करोड रुपए लेकर फरार हो गया था। पुलिस ने बताया कि आरोपी कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर था उसने एमसीए कानपुर में अपनी कंपनी रजिस्टर कराई थी वह अपनी कंपनी के माध्यम से लोगों के डेली डिपाजिट में रुपए एकत्रित करके फरार हो गया था एवं लोगों द्वारा जमा किए गए रुपए से यश भारती दुग्ध उत्पादन डेरी के नाम से एक अन्य कंपनी ग्राम बकुलिहा थाना खीरों में खोला था। इसी पैसे से आरोपी ने 2 बीघा जमीन ए आरटीओ कार्यालय रायबरेली के पास खरीदी थी, कोरोना कल में लॉकडाउन लगने के कारण दुग्ध डेरी में घाटा हो गया, उसने फिर एक दिल्ली की कंपनी से सॉफ्टवेयर लिया था सभी का ऑनलाइन लैपटॉप से करता था। इसी कंपनी के सिलसिले में वह अपने अधिवक्ता से मिलने रायबरेली दीवानी न्यायालय आया था तभी जाते समय कोतवाली नगर क्षेत्र के राणा नगर से शनिवार को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। वह अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।