ब्यूरो रिपोर्ट : शिवा मौर्य
रायबरेली में केंद्र सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के चलते जहां जिले में स्वच्छ भारत मिशन टू के तहत ग्रामीण क्षेत्र में पंचायती राज विभाग स्वच्छता के साथ कमाई का ज़रिया भी बनाएगा। यहां ग्रामीण क्षेत्रों के कचरे से प्लास्टिक निकाल कर उसे रिसाईकिल किया जायेगा। इस प्लास्टिक को बेचकर जहाँ पंचायतों की आय बढ़ेगी वहीं समूहों के माध्यम से ग्रामीणों को रोज़गार भी मिलेगा। बुधवार को रायबरेली जनपद के विकास भवन परिसर स्थित कार्यालय में डीपीआरओ सौम्यशील सील सिंह ने जानकारी देते हुए रायबरेली में महाराजगंज और शिवगढ़ ब्लॉक में 16- 16 लाख की लागत से दो प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेन्ट यूनिट लगाई गई हैं। इन यूनिट में गाँव भर से उठाये गए कचरे में से प्लास्टिक छाटकर उसे रिसाईकिल किया जायेगा। यही रिसाईकिल प्लास्टिक बाजार में बेचकर इससे हुई आय को ग्राम पंचायत विकास कार्यों में इस्तेमाल करेगा।

फिलहाल यह दोनों यूनिटें बिजली कनेक्शन न हो पाने की वजह से अभी ठप्प हैं। डीपीआरओ सौम्यशील सिंह का कहना है कि बिजली कनेक्शन के लिए एस्टीमेट निदेशालय को भेजा गया है। जल्द ही ऐपरूवल मिल जाने पर यहां कनेक्शन कराया जायेगा। इस बीच प्रधानों से कहा गया है कि वह जनरेटर के माध्यम से मशीनों को चलाकर रिसाईकिल करते रहें। आगामी 5 जून पर्यावरण दिवस से अभियान चलाकर इन यूनिटों को गति देने का कार्यक्रम बनाया गया है। साथी अन्य ब्लॉकों में यह कार्य निरंतर रूप से कराया जाएगा। अब देखना यह है कि धरातल पर यह योजना कितना कारगर साबित होती है कितना नहीं यह तो आने वाला समय बताएगा फिलहाल ऐसी कई योजनाएं अभी भी दम तोड़ रही है जो सुचारू रूप से चलने के बाद भी बदहाल हो चुके हैं।