रिपोर्ट : अविनाश कुमार
फीस बढ़ोतरी में निरसा डीएवी स्कूल प्रबन्धन की मनमानी के विरुद्ध अभिभावकों ने एकजुटता के साथ एक महीना आंदोलन चलाया, जिसका परिणाम सामने आया कि स्कूल प्रबन्धन को शुल्क में 15 % कमी करनी पड़ी। इतना ही नही स्कूल प्रबंधन जो किताबें स्वयं बेचती थी खुले बाजार से भी खरीदने की घोषणा करनी पड़ी। इस घोषणा से अभिभावकों में काफी हर्ष है। इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा निरसा अभिभावक संघ के अध्यक्ष रोबिन धीवर एवं महासचिव श्याम कुमार ने बताया कि डीएवी स्कूल प्रबंधन द्वारा 17 जून को स्कूल में बाजाप्ता सूचना जारी कर बच्चों के नामांकन में वार्षिक शुल्क एवं मासिक शुल्क में 15% की कमी करने का नोटिस चस्पा किया। कक्षा नर्सरी से कक्षा एग्यारहवीं तक की संशोधित फीस शुल्क को जारी किया गया है। जहां कक्षा नर्सरी से कक्षा आठवीं तक वर्ष 2025-26 की नयी फीस को निरस्त कर वर्ष 2024-25 की पुरानी फीस को ही लागू किया गया है। यह अभिभावकों की एकजुटता का परिणाम है। उन्होंने बताया कि साथ ही कक्षा नवम तथा कक्षा एग्यारहवीं की निर्धारित नयी फीस वर्ष 2025-26 का ही रखा गया है, जो कक्षा आठवीं के मुकाबले काफी बढ़ी हुई फीस है। इस विषय की गंभीरता को देखते हुवे कक्षा 9वीं तथा कक्षा एग्यारहवीं की बढ़ी हुई फीस को लेकर बहुत जल्द एक अहम बैठक रखी जाएगी। जिसमें सभी अभिभावकों से विचार विमर्श कर आगे की रणनीति बनाकर उसे पर काम किया जाएगा। इतना ही नही जो किताबें विद्यालय परिसर से ही बच्चों को दिया जाता था, उसे सार्वजनिक दुकान से खरीदने की अभिभावकों को छूट दी । इस घोषणा से अभिभावकों में हर्ष है। उन्होंने कहा कि हमारे आंदोलन का परिणाम आज सामने है। अभिभावकों की एक जुटता बनी रही तो आगे भी प्रबन्धन की मनमानी पर रोक लगाने में हम आगे भी कामयाब होंगे ।