आधे घंटे तक सड़क पर तड़पता रहा घायल युवक, लोग बनाते रहे विडियो
बड़ा सवाल, क्या समाज में इंसानियत की हो चुकी है मौत
रिपोर्ट : अविनाश कुमार
डीएवी पब्लिक स्कूल कथारा में 11वीं कक्षा में पढ़ने वाला छात्र रौनक कुमार यादव (उम्र 19 वर्ष) रविवार को एक दर्दनाक हादसे का शिकार हो गया। कथारा के भलटोंगारिया बस्ती निवासी हीरालाल यादव का पुत्र रौनक किसी काम से अपने घर से बोकारो थर्मल जा रहा था। इसी दौरान कथारा-बोकारो थर्मल मार्ग पर स्थित अधूरे ओवरब्रिज पर असंतुलित होकर नीचे गिर पड़ा और सड़क अवरुद्ध के लिए रखे लोहे की ग्रिल से टकरा गया। हादसे के बाद मौके पर मौजूद राहगीरों ने रौनक को उठाकर डीवीसी बोकारो थर्मल अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। रौनक के असमय निधन की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। माता-पिता और छोटा भाई बेसुध हैं। मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई है। बताया जा रहा है कि रौनक पढ़ाई में होनहार था और अपने सौम्य स्वभाव के कारण स्कूल और मोहल्ले में सभी का प्रिय था। घटना से आक्रोशित स्थानीय ग्रामीणों और स्कूल के शिक्षकों ने गहरी संवेदना प्रकट की है साथ ही प्रशासन से मांग की है कि ओवरब्रिज का अधूरा निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। वहीं सोशल मीडिया पर इस घटना से जुड़ी एक दिल दहला देने वाली विडियो वायरल हो रही है। जिसमे देखा जा सकता है कि लोग घायल युवक को सड़क पर छोड़ दिया तथा कुछ लोग विडियो बना रहे है और बाकि जमा भीड़ एक दुसरे का मुंह देख रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार घायल युवक रोड पर लगभग आधे घंटे तक तड़पता रहा और समाज के बुद्धिजीवी कहे जाने वाले लोग विडियो बनाते रहे। माना जाता है कि अगर समय रहते लोग उस घायल युवक को उठा कर पास के डीवीसी अस्पताल पहुचा देते, तो शायद उसकी जान बच सकती है। इस घटना ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या समाज में इंसानियत पुरी तरह मर चुकी है। घायलों को तत्काल मदद करने की जगह अगर घटना का विडियो बनाना लोगो की प्राथमिकता बन गई है , तो इससे तो यही प्रतीत होता है। बहरहाल इस घटना ने लोगो के अमानवीय चेहरे को बेनकाब कर दिया है।