झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के विरोध में आदिवासी मूलवासी संगठनों का गुरुवार को आहूत झारखंड बंद का असरदार ललपनिया में देखा गया। आदिवासी संगठनों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन ललपनिया चौक में किया। आदिवासी मूलवासी अधिकार मंच के कार्यकर्ताओं ने सुबहमें बोकारो जिले के विभिन्न स्थानों पर सड़क पर उतरकर दुकानें बंद करा दीं। अध्यक्ष दिनेश मुर्मू ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने एक साजिश तहत हेमंत सोरेन को फंसाया एवं ईडी का सहारा लेकर गिरफ्तार कराया है।मूलवासी एकजुट होकर बीजेपी को इसका जवाद देंगे। यदि इसी तरह आदिवासी नेताओं को फंसाया जाता रहा, तो आदिवासी झारखंड में एक और बड़ा उलगुलान करने का विवश होंगे। उन्होंने बताया कि वाहनों का आवागमन बाधित नहीं है। दुकान, बाजार, बैंक और स्कूल बंद रहे। आवश्यक सेवाएं चालू रहीं। गोमिया-ललपनिया मुख्य मार्ग पर पिंडरा चौक के पास आदिवासी समुदाय के लोग पारंपरिक ढोल-नगाड़ और तीर-कमान लेकर सड़क पर उतरे। मौके पर अनिल हांसदा, सुखराम हांसदा, हीरालाल टुडू, नरेश चौड़े, लालचंद चौड़े, संजय सोरेन प्रेम सोरेन, रजेश मुर्मू, श्यमदेव सोरेन, सेवाराम मांझी, महेश मरांडी, सुरेंद्र बास्के, बबलू हेंब्रम, बबली सोरेन, संतोष मरांडी मंगल हांसदा, रामाकांत सोरेन आदि मौजूद रहे।