ग्रेटर नोएडा :- दुनियाभर में फेमस ईशा फाउंडेशन को जेवर एयरपोर्ट के पास 242 फीट ऊंची आदियोगी यानि भगवान शिव की मूर्ति स्थापित करने के लिए नागर विमानन मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है। इसके साथ ही यहां पर ईशा फाउंडेशन का एक आश्रम भी बनाया जाएगा। इसमें नेचुरोपैथी समेत तमाम सुविधाएं मिलेंगी। जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) पर शासन से लेकर बड़े बड़े उद्योगपतियों की नजर है। अब इस एयरपोर्ट के पास भगवान शिव की सबसे ऊंची मूर्ति बनाई जाएगी। इसके लिए यमुना अथॉरिटी (Yamuna Authority) से एक मशहूर संस्था ने जमीन मांगी। जानकारी के मुताबिक, अभी तमिलनाडु के कोयम्बटूर स्थित ईशा योग परिसर में भगवान शिव की सबसे ऊंची 112 फीट की मूर्ति स्थापित है। अब जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) के पास 242 फीट ऊंची भगवान शिव की मूर्ति स्थापित की जाएगी। इसको लेकर ईशा फाउंडेशन (Isha Foundation) ने यमुना अथॉरिटी से 200 एकड़ जमीन की मांग की थी।
सद्गुरु जग्गी ने योगी आदित्यनाथ से बात की
ईशा फाउंडेशन जमीन मांगने के लिए शासन स्तर पर प्रयास किये थे। उसके बाद ही उन्हें शासन से मंजूरी मिली है। बताया जा रहा है कि ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने मूर्ति स्थापना के विषय में शासन स्तर पर भी संपर्क किया है। यमुना अथॉरिटी के अधिकारियों के मुताबिक, इसके लिए विमानन मंत्रालय से 242 फीट ऊंची मूर्ति एयरपोर्ट के पास लगाने के लिए एनओसी जरूरी है। उसके बाद जमीन आवंटन के बारे में आगे विचार किया जा सकता है।
दो साल में दिखा एयरपोर्ट का असर
बता दें कि जेवर में निर्माणाधीन एयरपोर्ट का काम दो साल पहले नवंबर-2022 के पहले सप्ताह में शुरू हुआ था। अब ट्रायल और अक्टूबर से पहली उड़ान की तैयारी शुरू हो गई है। इन दो सालों में जेवर एयरपोर्ट के पास कई बड़े बड़े प्रोजेक्ट बन रहे हैं। अभी तक स्थिति यह है एयरपोर्ट का निर्माण कार्य करीब 65 प्रतिशत तक हो चुका है। 31 दिसंबर तक एटीसी (एयरपोर्ट ट्रैफिक कंट्रोल) टॉवर हैंडओवर किया जाएगा। वहीं, रनवे का काम भी लगभग पूरा होने वाला है। टर्मिनल बिल्डिंग का काम भी जितनी तेजी से चल रहा है, उसके अनुसार रिकार्ड समय में पूरा हो जाएगा।
क्या है ईशा फाउंडेशन
ईशा फाउंडेशन तमिलनाडु का एक आध्यात्मिक संगठन है, जिसे आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने साल-1992 में शुरू किया था। इस संगठन के करीब 20 लाख स्वयंसेवकों, योग, पर्यावरण और सामाजिक कार्य के क्षेत्र में सक्रिय हैं। अपने काम से सद्गुरु युवाओं में काफी ज्यादा लोकप्रिय माने जाते हैं।