पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर भाड़े के शूटर से कराई पति की हत्या

बिहार के मोतिहारी जिले में हुई अमोद कुमार की हत्या के मामले का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा कर दिया है। जांच में सामने आया है कि इस हत्या की साजिश किसी बाहरी दुश्मन ने नहीं, बल्कि मृतक की पत्नी ने अपने प्रेमी और सुपारी किलर के साथ मिलकर रची थी। पुलिस ने वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर इस गुत्थी को सुलझाते हुए मृतक की पत्नी सोनी उर्फ सुरभिता कुमारी, उसके प्रेमी विकास यादव और शूटर रंजन उर्फ गोलू पटेल को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों ने पूछताछ में अपराध स्वीकार कर लिया है।

प्रेम प्रसंग से शुरू हुई हत्या की साजिश

पुलिस जांच में सामने आया कि सुरभिता कुमारी शादी से पहले ही सीतामढ़ी जिले के बैरगनिया थाना क्षेत्र के मसहा नरोत्तम गांव निवासी विकास यादव से प्रेम करती थी। दोनों एक-दूसरे से विवाह करना चाहते थे, लेकिन परिजनों ने उसकी शादी मोहद्दीपुर निवासी अमोद कुमार से कर दी। शादी के बाद भी सुरभिता और विकास चोरी-छिपे मिलते रहे। जब अमोद को इस संबंध की जानकारी मिली तो वैवाहिक जीवन में तनाव बढ़ गया। इसी बीच सुरभिता और विकास ने अमोद को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया।

सुपारी देकर कराया कत्ल

डीएसपी उदय शंकर ने बताया कि विकास यादव ने अपने साथी गौतम कुमार को 32 हजार रुपये देकर अमोद की हत्या की सुपारी दी। गौतम ने यह काम मेजरगंज थानांतर्गत कुंवारी मदन गांव निवासी रंजन कुमार उर्फ गोलू पटेल को सौंपा। योजना के मुताबिक सुरभिता ने पति की हत्या के लिए 30 हजार रुपये अपने अकाउंट से प्रेमी विकास के खाते में ट्रांसफर किए। हत्या की पूरी साजिश सुनियोजित तरीके से रची गई थी।

ऐसे हुई वारदात

पिछले मंगलवार को अमोद कुमार अपनी बहन के घर लखौरा से लौट रहा था। जैसे ही वह चिरैया थाना क्षेत्र के सकरी सरेह इलाके के पास पहुंचा, उसकी पत्नी ने लोकेशन प्रेमी विकास को भेज दी। इसके बाद विकास और गोलू ने बाइक से उसका पीछा किया और सुनसान जगह पर अमोद पर चार गोलियां दाग दीं। गोली लगने से अमोद की मौके पर ही मौत हो गई।

सबूत मिटाने की कोशिश

हत्या के बाद पकड़े जाने के भय से दोनों आरोपियों ने घटनास्थल से करीब तीन किलोमीटर दूर डीह महुआही गांव के पास सड़क किनारे झाड़ियों में पिस्टल और लोडेड देसी कट्टा फेंक दिया। इसके बाद वे गुलरिया होते हुए मोतिहारी पहुंचे। विकास अपने किराए के कमरे में चला गया जबकि शूटर गोलू पटेल बस पकड़कर मेजरगंज भाग गया। घटना की जानकारी दोनों ने सुरभिता को दी।

वैज्ञानिक अनुसंधान से पुलिस का खुलासा

हत्या के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए वैज्ञानिक अनुसंधान शुरू किया। कॉल डिटेल्स और गुप्त सूचनाओं के आधार पर पुलिस ने धीरे-धीरे पूरी साजिश का पर्दाफाश किया। सुरभिता, विकास और गोलू की भूमिका साफ होते ही पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, देसी कट्टा, एक कारतूस, उजले रंग की अपाची बाइक और तीन एंड्रॉयड मोबाइल बरामद किए गए।

आरोपियों को भेजा गया जेल

पूछताछ के दौरान तीनों आरोपियों ने जुर्म कबूल कर लिया। इसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब इस मामले में शामिल अन्य लोगों और पूरे गिरोह की कड़ियों की जांच कर रही है।

वैवाहिक रिश्ते से अपराध तक

यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि वैवाहिक रिश्तों में दरार और अवैध प्रेम संबंध कभी-कभी किस हद तक खतरनाक मोड़ ले सकते हैं। एक पत्नी ने अपने ही पति की जान अपने प्रेमी के लिए ले ली और इसके लिए अपराधियों की मदद से पूरी साजिश रच डाली। पुलिस की सतर्कता और वैज्ञानिक अनुसंधान ने न सिर्फ इस हत्या का पर्दाफाश किया बल्कि पूरे षड्यंत्र का सच भी सामने ला दिया।

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