ऊंचाहार तहसील में तैनात लेखपाल द्वारा मृतक के नाम फर्जी अनुमति पत्र बनाने के मामले में एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित कर उसके विरुद्ध विभागीय जांच शुरू कराई है। गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण करा रही एक कंस्ट्रक्शन कंपनी ने क्षेत्र के गैर आबाद गाँव शाहाबाद में कमोली गाँव निवासी रमेश व उनके मृतक भाई भूपेंद्र सिंह के नाम मिट्टी खनन के लिए अनुमति पत्र का आवेदन किया था। लेकिन भूपेंद्र सिंह के मृतक होने के बावजूद भी क्षेत्रीय लेखपाल आलोक अवस्थी ने 16 करोड़ 64 लाख 62 हजार घन मीटर मिट्टी खनन संस्तुति की रिपोर्ट लगा दी। एसडीएम सिदार्थ चौधरी द्वारा खतौनी का मिलान कराने पर लेखपाल की करतूत सामने आ गई।जिसके बाद एसडीएम ने तहसीलदार से जांच कर आख्या रिपोर्ट मांगी। जांच में हेराफेरी मिलने पर एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित कर दिया। एसडीएम ने बताया कि गलत रिपोर्ट लगाने के मामले में लेखपाल को निलंबित कर नायब तहसीलदार को जांच दी गई है।